roka-chheka campaign: खुले में चरने वाले पशुओं से की जाती है फसलों की रक्षा
नारायणपुर/नवप्रदेश। roka-chheka campaign: किसानों के हित में चलाए जा रहे रोका-छेका अभियान का नारायणपुर जिले में भी पूरे उत्साह के साथ शुभारंभ किया गया है। इस अभियान के अंतर्गत खुले में चरने वाले पशुओं से फसलों की रक्षा की जाती है और यह प्रथा छत्तीसगढ़ के ग्रामीण संस्कृति का अभिन्न हिस्सा है।
अभियान का शुभारंभ राज्यमंत्री दर्जा प्राप्त छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड के अध्यक्ष एवं नारायणपुर विधायक चंदन कश्यप ने ग्राम बेनूर के भीरागांव में स्थापित गोठान से किया।
उन्होंने अपने उद्बोधन में रोका-छेका (roka-chheka campaign) कार्यक्रम को सफल बनाने जिलावासियों से अपील की। गोठानों को स्वरोजगार के एक सशक्त माध्यम के रूप में विकसित करने की बात कही।
रोका-छेका (roka-chheka campaign) के जरिए पशुधन विकास विभाग द्वारा पशु चिकित्सा शिविरों का आयोजन किया, ताकि पशुओं को बीमार होने से बचाया जा सके।
पशु चिक्तिसा विभाग के उपसंचालक डॉ. आर.के. पड़ौती ने बताया कि इसी कड़ी में भीरागांव में पशु चिकित्सा शिविर का आयोजन कर गोठान में 270 पशुओं में गलघोंटू एवं एकटंगिया रोग के विरूद्ध प्रतिबंधात्मक टीकाकरण किया गया। साथ ही 112 पशुओं को कृमिनाशक दवापान भी कराया गया।