पटना/नवप्रदेश। धर्म (religious harmony) को लेकर चल रही राजनीति के बीच बिहार (bihar youth) का एक युवक ने धार्मिक सौहार्द (religious harmony) की मिसाल पेश की है। इस युवा के काम को जानकर कट्टर लोग भी कुछ पल के लिए सोचने को जरूर मजबूर हो सकते हैं।
ये युवक हैं बिहार (bihar youth) के नालंदा जिले के मारी गांव के अजय पासवान। अजय न केवल मस्जिद (taking care of mosque) की रखवाली करते हैं बल्कि वहां अजान भी कराते हैं। इस तरह वे क्षेत्र में धामिर्क समरसता की मिसाल (religious harmony) बन गए हैं।
बिहार (bihar youth) के मारी गांव की जनसंख्या 3000 है। अजय पाासवान भी इसी गांव में रहते हैं। अजय पिछले 10 वर्ष से मस्जिद (taking care of mosque) की रखवाली कर रहे हैं।
कुछ साल पहले इस गांव के अधिकतर परिवार रोजगार की तलाश में गांव छोड़कर चले गए। इनमें मुस्लिमों के साथ ही हिंदू परिवार भी शामिल थे।
मुस्लिम परिवारों के गांव छोड़कर जाने से इस मस्जिद में कोई भी नहीं जाता था। जिसके कारण मस्जिद में साफ सफाई नहीं हो पाती थी। रात को शराबी यहां आकर शराब पीने लगे।
इस मामले को अजय पासवान ने गंभीरता से लिया और लोगों से चर्चा की। अजय पहले तो वहां रात को आने वाले शराबियों से सख्ती से निपटे और बाद में मंदिर की साफ सफाई की। इसमें काफी दिन चले गए।
नमाज पढ़ना सीखा, अजान की कुछ ऐसे की व्यवस्था
यहीं नहीं अजय ने मस्जिद में हर दिन अजान की भी व्यवस्था कर ली। दूसरे गांव के अपने मुस्लिम मित्रों की मदद से वहां के मौलवी की आवाज में अजान की रिकॉर्डिंग करवाई। धीरे-धीरे नमाज भी सीख ली।
लिहाजा पिछले 10 वर्ष से गांव में मुस्लिम न होते हुए भी मस्जिद में पांच बार अजान व नमाज होती है। अजय बताते हैं कि हिंदू भाई मुझसे कई सवाल करते रहे। लेकिन बकौल अजय उन्होंने नमाज पढऩा सीखा तो भी चालीसा को नहीं भूले। अजय कहते हैं कि वे मंदिर में भी जाते हैं, पूजा पाठ करते हैं।