प्रयागराज, नवप्रदेश। माफिया अतीक अहमद ने बड़ा खुलासा हुआ है। अतीक अहमद चुनाव टैक्स और गुंडा टैक्स भी लेता था और ये पैसा वो कैश में नहीं बल्कि अकाउंट में जमा करवाता था। उन टैक्स के लिए अलग-अलग रंग की पर्ची बनाई गई (Recovery Of Atiq Ahmed) थी।
माफिया अतीक अहमद बड़े कारोबारियों से चुनाव लड़ने के लिए लेता था बड़ा चुनाव टैक्स और जब खुद अतीक चुनाव लड़ता था तो उसके चुनाव लड़ने पर जारी होती थी गुंडा टैक्स वसूली (Recovery Of Atiq Ahmed) पर्ची।
अतीक अहमद की तरफ से दो तरह की पर्चियां जारी की जातीं थीं। बड़े व्यवसाय से जुड़े कारोबारियों को दी जाती थी सफेद पर्ची, जिसका रेट पांच लाख से ऊपर तय किया गया था और छोटे व्यवसाय से जुड़े कारोबारियों को दी जाती थी गुलाबी पर्ची, जिसके लिए 3 लाख से लेकर 5 लाख तक का रेट तय था। इस तरह से सफेद और गुलाबी पर्ची का रेट तय किया जाता था।
पुलिस की जांच में अतीक अहमद की कई बेनामी संपत्तियों को पता चला है जो कि दिल्ली के शाहीन बाग क्षेत्र में स्थित हैं। इन बेनामी संपत्तियों का हर महीने लाखों रुपये किराया आता था और अतीक के कुनबे को मिलता था।
एसटीएफ को अतीक का बीते दिनों मध्य प्रदेश के एक बड़े हीरा कारोबारी से मनमुटाव होने की जानकारी भी मिली (Recovery Of Atiq Ahmed) है।
अतीक के शूटर गुड्डू मुस्लिम के बारे में कहा जा रहा है कि अतीक की हत्या की खबर सुनने के बाद प्रयागराज में वह अपने एक करीबी से इंटरनेट के माध्यम से संपर्क साधा था, इसके बाद उसकी लोकेशन कर्नाटक में पाई गई है।