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Real-Fake Shiv Sena : विवाद पर लगा ब्रेक…CM शिंदे बोले- मेरे पीछे चट्टान की तरह खड़े रहे शाह

Real-Fake Shiv Sena: Break on the controversy... CM Shinde said - Shah stood behind me like a rock

Real-Fake Shiv Sena

मुंबई/नवप्रदेश। Real-Fake Shiv Sena : शिवसेना में बीते साल हुई टूट के बाद चुनाव आयोग ने हाल ही में पार्टी का नाम और चुनाव चिह्न एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाले गुट को सौंप दिया है। इसी के साथ महाराष्ट्र में बीते कई दिनों से जारी असली शिवसेना-नकली शिवसेना के विवाद पर ब्रेक लग गया। हालांकि, उद्धव ठाकरे गुट ने चुनाव आयोग के इस फैसले पर आक्रामक रुख अख्तियार कर लिया है, उन्होंने इसे शिवसेना के नाम और निशान की चोरी करार दिया है। अब इस पूरे विवाद पर पहली बार महाराष्ट्र सीएम एकनाथ शिंदे का बयान आया है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह के साथ एक कार्यक्रम में शिंदे ने पूरे घटनाक्रम को लेकर अपनी बात रखी। 

एकनाथ शिंदे बोले- शाह जी ने जो कहा था, वही किया

शिवसेना में अपने समर्थन वाले विधायकों को तोड़कर महाराष्ट्र में भाजपा के समर्थन वाली सरकार बनाने को लेकर एकनाथ शिंदे ने बयान दिया। उन्होंने अमित शाह की मौजूदगी में उनकी तारीफ करते हुए कहा, “अमित शाह जी ने मुझे कहा था, शिंदे जी आप आगे बढ़ें। हम एक चट्टान की तरह आपके पीछे खड़े रहेंगे। शाह जी ने जो कहा था, वही किया।”

अमित शाह ने ली उद्धव गुट की चुटकी

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने असली शिवसेना विवाद पर चुनाव आयोग के फैसले का स्वागत किया है। शनिवार को पुणे में एक कार्यक्रम को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कल सत्यमेव जयते शब्द चरितार्थ हो गया। चुनाव आयोग ने दूध का दूध पानी का पानी कर दिया। उन्होंने कहा कि एकनाथ शिंदे की शिवसेना को असली शिवसेना और धनुष बाण दोनों मिल गए। जो लोग झूठ का सहारा लेकर चिल्ला रहे थे, आज उन्हें पता चल गया है कि सच्चाई किसके पक्ष में है। उन्होंने कहा कि आज पुणे के कार्यकर्ताओं को एक संकल्प करके जाना है कि महाराष्ट्र की सभी सीटें शिवसेना और भाजपा के खाते में आएंगे।

अमित शाह ने कार्यक्रम (Real-Fake Shiv Sena) में पुस्तक ‘मोदी @20’ के मराठी संस्करण का विमोचन किया। इस दौरान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस मौजूद रहे। उन्होंने दोहराया कि 2019 के विधानसभा चुनावों के पहले मुख्यमंत्री पद साझा करने पर कोई सहमति नहीं हुई थी। बता दें, 2019 के विधानसभा चुनावों के नतीजे घोषित होने के बाद शिवसेना ने भाजपा के साथ गठबंधन तोड़ लिया था। इसमें दावा किया गया था कि भाजपा ने उसके साथ सीएम का पद साझा करने का वादा किया था। 

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