लखनऊ। UP Election 2022 : उत्तरप्रदेश में अब 10 दिन बाद पहले चरण का मतदान होना है। ऐसे में सभी राजनीतिक दल एक दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप की झड़ी लगाने में कहीं भी पीछे नहीं है। वहीं कांग्रेस इस चुनाव में अपनी बैतरणी पार लगाने कोई कोर कस्र छोड़ती नजर नहीं आ रही है।
आमजनता से जुड़े देशव्यापी महंगाई के मुद्दे पर अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी के मीडिया एवं कम्युनिकेशन विभाग के चेयरमैन और कर्नाटक के प्रभारी राष्ट्रीय महासचिव रणदीप सिंह सुरजेवाला और राष्ट्रीय प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने उत्तर प्रदेश कांग्रेस मुख्यालय पर प्रेस कॉन्फ्रेंस कर देशव्यापी महंगाई के मुद्दे पर मोदी सरकार पर निशाना साधा।
सुरजेवाला ने कहा महामहंगाई – भाजपा लाई। उन्होंने कहा कि महंगाई का आलम यह है कि ‘मोदी सरकार’ – ‘योगी सरकार’, जब ये शब्द जुबाँ पर आते हैं तो लोगों का ‘खाली जेबों’ में हाथ जाता है और हर देशवासी हर बार यही दोहराता है – ‘मोदी जी, एक तो आमदनी कर दी कम – ऊपर से दिया महंगाई का गम’। सच यही है कि ‘‘जिन्हें सौंपी थी रोशनी की रहनुमाई, बुझाकर चिराग वे दे रहे हैं उजाले की दुहाई!’’
सुबह से लेकर रात तक महंगाई की मार
भाजपा सरकार पर निशाना साधते हुए सुरजेवाला ने कहा कि लोग सुबह उठकर चाय बनाते हैं, तो पाते हैं कि गैस का सिलेंडर ₹1,000 पार हो गया। जब खाना बनाते हैं, तो खाने का तेल ₹200 पार, दाल ₹200 पार। काम पे जाते वक्त स्कूटर-मोटरसाइकिल-कार में पेट्रोल डलवाते हैं, तो वो भी ₹100 पार। घर लौटते हुए फल, सब्जी, दूध, आटा लाते हैं, तो वहां भी महंगाई की लूट। मोदी-योगी सरकारें जिस ‘‘जनता का नमक’’ खाकर सत्ता के सिंहासन पर बैठीं, उसका नमक तक ‘‘महंगा’’ कर दिया। लोग सुकुन से एक चाय की प्याली भी नहीं पी सकते। साल 2014 में जो चाय ₹130- ₹140/किलो मिलती थी, वह आज ₹400 से ₹500/किलो तक महंगी हो गई। दाल, चना, राजमा, टमाटर, प्याज, सब्जी – हर खाने पीने की चीज़ गरीब की थाली से दूर होती जा रही है। लगता है कि भाजपा की अहंकारी सत्ता में डायन महंगाई अब ‘‘घर जमाई’’ बन गई है।
पूंजीपतियों की है भाजपा
सुरजेवाला की माने तो आम आदमी की आय कम हो रही है और बीजेपी की आय बढ़ रही है। एक तरफ देश के लोग महंगाई की आग में झोंके जा रहे हैं, तो दूसरी ओर भाजपा की संपत्ति 7 साल में ₹780 करोड़ से बढ़ ₹4850 करोड़ हो गई तथा भाजपा के मित्रों ‘’हम दो, हमारे दो’’ रोज ₹1000 करोड़ बढ़कर लाखों करोड़ पहुंच गए। भाजपा का मूल मंत्र है – ‘‘पूंजीपतियों को सींचो, नौकरीपेशा-मध्यम वर्ग से खींचो।’’
जनता की जेब खाली करने में लगी है भाजपा
उन्होंने कहा कि भाजपा राज में ‘थोक महंगाई’ 12 साल के उच्चतम स्तर 14.23प्रतिशत तक पहुंच गई है और ‘खुदरा महंगाई’ (Retail Inflation) दिसंबर में बढ़कर 5.59 प्रतिशत हो गई है। मोदी जी कहते हैं कि पकौड़े तलो, रोजगार पाओ, लेकिन सच यह है कि गैस, पेट्रोल, डीजल की कीमतें कम नहीं हो रही हैं। पेट्रोल-डीज़ल पर एक्साईज़ ड्यूटी लगाकर सात साल में मोदी-भाजपा सरकार ने जनता की जेब से 24 लाख करोड़ लूटे हैं। कांग्रेस की एक्साईज़ ड्यूटी के आधार पर आज पेट्रोल ₹26.50 व डीज़ल ₹25.25/लीटर कम होता। साल 2014 में कच्चे तेल की कीमत $108/बैरल थी, जो 7 साल में औसत $40 प्रति बैरल रही है। पिछले 3 साल में कच्चे तेल की कीमत $20 प्रति बैरल तक हो गई। पर भाजपा लूटती रही। कांग्रेस के समय पेट्रोल ₹71 और डीज़ल ₹57/लीटर था। आज दिल्ली में पेट्रोल ₹95.28 व डीज़ल ₹86.80/लीटर है।
अब तो बचत करना भी मुश्किल
उन्होंने कहा घर बनाना भी अब महंगा होने वाला है, क्योंकि ₹340 में बिकने वाला सीमेंट का 50 किलो का बैग अब ₹400 तक पार हो गया है। साथ ही 2020 से 2021 के बीच स्टील की कीमतें 215 प्रतिशत तक बढ़ीं। अकेले नवंबर 2021 में स्टील की कीमत ₹3000- ₹3500 प्रति टन बढ़ाई। मुट्ठीभर स्टील कंपनियों के हाथ में खेल रही मोदी सरकार। इंडिया पोस्ट पेमेंट बैंक खाताधारकों को 1 जनवरी से एक विशेष सीमा के ऊपर कैश निकालने या जमा करने के लिए शुल्क देना पड़ेगा। बेसिक बचत खाते से हर माह 4बार पैसा निकालना निशुल्क होगा।