मुख्यमंत्री विष्णु देव साय से शुक्रवार को मंत्रालय महानदी भवन स्थित मुख्यमंत्री सचिवालय में अखिल भारतीय रामनामी महासभा के प्रतिनिधि मंडल ने सौजन्य भेंट की। इस दौरान प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री को सक्ती जिले के ग्राम नंदेली में 29 दिसंबर 2025 को आयोजित होने वाले रामनामी मेला एवं संत समागम (Ramnami Mela 2025) में शामिल होने के लिए औपचारिक निमंत्रण दिया।
मुख्यमंत्री साय ने महासभा के पदाधिकारियों से मुलाकात के दौरान छत्तीसगढ़ की संत परंपरा और रामनामी समाज (Ramnami Mela 2025) की विशिष्ट आस्था पर चर्चा की। उन्होंने कहा कि रामनामी समाज का इतिहास भक्ति, समानता और अहिंसा के आदर्शों से प्रेरित रहा है। मुख्यमंत्री ने महासभा के पदाधिकारियों को धन्यवाद देते हुए कहा कि यह आमंत्रण उनके लिए सौभाग्य की बात है। उन्होंने आश्वासन दिया कि राज्य सरकार संत परंपरा और सामाजिक सद्भाव को सशक्त करने वाले ऐसे आयोजनों को हर संभव सहयोग प्रदान करेगी।
रामनामी समाज के प्रतिनिधियों ने मुख्यमंत्री को बताया कि इस वर्ष का रामनामी मेला विशेष रूप से ‘रामनामी संप्रदाय की 145वीं परंपरा वर्षगांठ’ के रूप में मनाया जाएगा, जिसमें प्रदेश भर से साधु-संत, अनुयायी और श्रद्धालु बड़ी संख्या में शामिल होंगे। इस आयोजन का उद्देश्य सामाजिक समरसता, भक्ति भावना और छत्तीसगढ़ की सांस्कृतिक पहचान को एक मंच पर लाना है।
मुख्यमंत्री साय ने महासभा को शुभकामनाएं देते हुए कहा कि ऐसे आयोजन छत्तीसगढ़ की धार्मिक और सांस्कृतिक धरोहर को नई पहचान देते हैं। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार समाज के हर वर्ग की परंपराओं और आस्थाओं का सम्मान करती है और इन्हें सहेजने का प्रयास निरंतर जारी रहेगा। इस अवसर पर अखिल भारतीय रामनामी महासभा की अध्यक्ष श्रीमती सेत बाई रामनामी, महासचिव गुला राम रामनामी, और रामनामी संप्रदाय से जुड़े कई सदस्य उपस्थित थे। मुलाकात का वातावरण आत्मीय और सौहार्दपूर्ण रहा।

