राजनांदगांव, 14 जून| Rajnandgaon Illegal Sand Mining : राजनांदगांव जिले के मोहड़ क्षेत्र में शिवनाथ नदी किनारे अवैध रेत खनन का विरोध कर रहे युवक पर गोली चलाए जाने के मामले ने अब तूल पकड़ लिया है। घटना पर छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने स्वतः संज्ञान लेते हुए राज्य सरकार और पुलिस प्रशासन को फटकार लगाई है। इसके बाद पुलिस महानिदेशक अरूणदेव गौतम ने स्वयं मोर्चा संभालते हुए शनिवार को राजनांदगांव पहुँचकर जांच की कमान अपने हाथ में ले ली।
डीजीपी पहुंचे मौके पर, अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश
डीजीपी गौतम ने महानिरीक्षक अभिषेक शांडिल्य के कार्यालय में बैठक कर पूरे घटनाक्रम की विस्तृत जानकारी ली और सभी संबंधित पुलिस अधिकारियों को तत्काल, निष्पक्ष और कठोर कार्रवाई करने के निर्देश दिए।
साथ ही उन्होंने राजनांदगांव, खैरागढ़-छुईखदान-गंडई और मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी के अधिकारियों के साथ अपराध नियंत्रण को लेकर उच्चस्तरीय समीक्षा बैठक भी (Rajnandgaon Illegal Sand Mining)की।
संबंधों की आंच में जले अधिकारी – टीआई निलंबित
घटना के बाद सोमनी थाना प्रभारी सत्यनारायण देवांगन को तस्करों से साठगांठ और कर्तव्य में लापरवाही के आरोप में निलंबित कर दिया गया है।
यह कार्रवाई तब हुई जब इंटरनेट मीडिया पर तस्कर अभिनव उर्फ चीनू तिवारी और सोमनी टीआई के बीच बातचीत के वीडियो वायरल हुए।
तस्करों पर शिकंजा कसना शुरू, तीन गिरफ्तार
अब तक पुलिस ने इस मामले में कुल तीन लोगों को गिरफ्तार किया है:
चीनू तिवारी – हाईवा व डंपर मालिक (गोंदिया से पकड़ा गया)
संजय रजक – स्थानीय पार्षद, तस्करों को संरक्षण देने का आरोप
भगवती निषाद – जेसीबी ऑपरेटर
हालांकि, मुख्य आरोपी, जिसने गोली चलाई थी, अब भी फरार है।
जांच की बागडोर CSP के हाथ, खुद बने जांच अधिकारी
पुलिस अधीक्षक मोहित गर्ग ने मामले की जांच के लिए सीएसपी पुष्पेंद्र नायक को नियुक्त किया है। चर्चाओं में यह भी सामने आया है कि वायरल वीडियो में सीएसपी का भी संभावित नाम सामने आया है, जिससे पूरे महकमे में हड़कंप है।