मेघालय, 17 जून। Raja Raghuvanshi Murder Update : मेघालय में कारोबारी राजा रघुवंशी की हत्या का मामला अब सुलझने की बजाय और उलझता जा रहा है। पुलिस जांच में अब इस मर्डर केस के पीछे कई ऐसे खुलासे हो रहे हैं, जो इसकी साजिश को और भयावह बना देते हैं।
एक नहीं, दो ‘डाव’ से की गई थी हत्या
ताज़ा जानकारी के मुताबिक, राजा की हत्या में एक नहीं, दो ‘डाव’ (पूर्वोत्तर भारत में इस्तेमाल होने वाला तेजधार भारी चाकू) का इस्तेमाल किया गया। शुरुआती पोस्टमार्टम रिपोर्ट्स और फॉरेंसिक विश्लेषण से सामने आया (Raja Raghuvanshi Murder Update)है कि राजा के शरीर पर तीन घातक वार किए गए थे — और ये तीनों वार अलग-अलग हमलावरों द्वारा किए गए हो सकते हैं।
हत्या के समय सोनम क्या कर रही थी?
पूछताछ में सामने आया है कि वारदात के दौरान सोनम अपने कमरे में मौजूद थी लेकिन वह पूरी घटना से पहले ही अपने मोबाइल को डिलीट मोड में डाल चुकी थी। पुलिस का मानना है कि वह हत्या की रियल-टाइम लोकेशन, कम्युनिकेशन और CCTV से बचने के लिए पहले से तैयारी कर चुकी थी।
खाई में मिला सुराग, एक डाव अब भी लापता
हत्या के बाद राजा का शव खाई में फेंका गया था — और सूत्रों के मुताबिक, एक डाव उसी खाई में फेंका गया, जिसे अब तक बरामद नहीं किया जा सका (Raja Raghuvanshi Murder Update)है। पुलिस की तलाशी अभी जारी है। जबकि दूसरा हथियार फॉरेंसिक जांच के लिए भेजा गया है।
सोनम का मोबाइल अब भी एक राज
इस पूरे मामले में एक बड़ा सिरा अभी भी गायब है — सोनम का मोबाइल फोन। पुलिस को शक है कि हत्या के बाद उसने अपना मोबाइल जानबूझकर नष्ट किया ताकि साजिश से जुड़ी कोई डिजिटल ट्रेल न मिले।
पांच गिरफ्तार, लेकिन साज़िश गहराई तक
इस केस में अब तक सोनम, उसके कथित प्रेमी और तीन भाड़े के हत्यारों को गिरफ्तार किया जा चुका है। पुलिस का मानना है कि हत्या पूर्व नियोजित (Raja Raghuvanshi Murder Update)थी और इसके पीछे व्यक्तिगत रिश्तों से जुड़ा गहरा कारण हो सकता है।
निष्कर्ष
राजा रघुवंशी की मौत केवल एक मर्डर नहीं, बल्कि एक जटिल साज़िश का हिस्सा है — जिसमें हथियार, हनीमून, हाई-प्रोफाइल बैकग्राउंड और डिजिटल साक्ष्यों की परतें जुड़ी हैं। दो डाव और तीन वारों के बीच अब पुलिस इस बात की तह तक पहुंचने की कोशिश कर रही है कि किसने किया पहला वार, किसने किया आखिरी?