भूपेश ने ट्वीट कर लिखा- पहले विधानसभा से निकाला, फिर मंत्रिमंडल से निकाला और अब रायपुर के सांसद को योग दिवस के कार्यक्रम से भी निकाल दिया
रायपुर/नवप्रदेश। Raipur MP Ignored In Yoga Day Program : प्रदेश की राजनीति के अजेय योद्धा कहे जाने वाले पूर्व मंत्री, विधायक और सांसद बृजमोहन अग्रवाल की अनदेखी से BJP ने विपक्ष को एक बार फिर बैठे बिठाये मुद्दा दे दी है। योग दिवस के सरकारी कार्ड से बृजमोहन का नाम नदारद है। सुबाई सियासत के धूमकेतु माने जाने वाले सांसद बृजमोहन अग्रवाल को लगातार प्रदेश की सियासत से दूर करने का तंज पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कसा हैं। हालांकि इस राजनीतिक व्यंग्य बाणों के बीच सच्चाई यह है कि सांसद बृजमोहन अग्रवाल को पार्टी संगठन ने कांकेर के योग कार्यक्रम का जिम्मा सौंपा था।
हालांकि इस राजनीतिक व्यंग्य बाणों के बीच सच्चाई यह है कि सांसद बृजमोहन अग्रवाल को पार्टी संगठन ने कांकेर के योग कार्यक्रम का जिम्मा सौंपा था। जानकारी के मुताबिक रायपुर सांसद को कांकेर भेजने का क्या तुक यह तो समझ से परे है। लेकिन यह भी सच है कि उनका नाम इसलिए भी रायपुर साइंस कॉलेज के योग कार्यक्रम के कार्ड में उल्लेखित नहीं किया गया। संभवतयः यह पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल को नहीं पता था और उन्होंने ट्वीट कर अनदेखी का तंज कस दिया।
इस बार रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल को दसवें अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस कार्यक्रम से भी दूर कर दिया गया है। कल साइंस कॉलेज में आयोजित इस कार्यक्रम में चीफ गेस्ट CM विष्णुदेव साय समेत मंत्री लक्ष्मी राजवाड़े और विधायक राजेश मूणत, पुरन्दर मिश्रा, अनुज शर्मा, मोतीलाल साहू, गुरु खुशवंत साहेब समेत अभनपुर विधायक इंद्र कुमार तक का नाम आमंत्रण पत्र में प्रकाशित किया गया है।
चर्चा आम है कि पहले पार्टी संगठन ने विधानसभा चुनाव लड़ाया, फिर जीतकर आने के बाद उन्हें मंत्री भी बनाया। रायपुर लोकसभा सीट का प्रत्याशी बनाकर मैदान में उतार दिया। हालांकि बीजेपी-कांग्रेस और रायपुर की जनता भी यह भलीभांति जानती थी कि पार्टी के संकट मोचक हारेंगे नहीं। इस अनदेखी के पीछे किसकी चूक है और क्या यह जानबूझकर बरती गई लापरवाही है या महज सियासत जवाब मिलना बाकि है। अब योग कार्यक्रम के सरकारी कार्ड में बृजमोहन अग्रवाल की अनदेखी पर पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पार्टी संगठन और साय सरकार पर भी तंज कसा है।
भूपेश ने X पर कसा ऐसा तंज
“पहले विधानसभा से निकाला, फिर मंत्रिमंडल से निकाला और अब रायपुर के सांसद को योग दिवस के कार्यक्रम से भी निकाल दिया। विचारधारा और कार्यप्रणाली के आधार पर किसी से वैचारिक मतभेद हो सकते हैं। लेकिन श्री बृजमोहन अग्रवाल जी एक वरिष्ठ राजनेता और जनप्रतिनिधि भी हैं, उनका नाम इस निमंत्रण पत्र में न होना, रायपुर लोकसभा की जनता का भी अपमान है।”