- दो बाइक सवार लुटेरों ने वारदात को दिया अंजाम, तलाश में जुटी है पुलिस
- लुटेरों ने पिस्टल और चाकू दिखाकर कारोबारी विष्णु शर्मा का बैग ले भागे
रायपुर/नवप्रदेश। राजधानी रायपुर से लगे खरोरा तहसील में विष्णु शर्मा नाम के एक अनाज कारोबारी के दफ्तर में दो हथियारबंद लुटेरों ने दिनदहाड़े 27 लाख रूपए की लूट कर फरार हो गए। पुलिस के मुताबिक घटना बुधवार की दोपहर की बताई जा रही है जहां विष्णु शर्मा जो की किसानों के अनाज को राईस मिलरों को बेचने के एवज में कमीशन पर एक एजेंट के तौर पर काम करता है, जिसका दफ्तर खरोरा से एक किलोमीटर की दूरी पर ग्राम बुढ़ेरा में स्थित है।
घटना बुधवार की सुबह के लगभग 8 से 9 बजे के बीच की बताई जा रही है जहां प्रार्थी शर्मा अपने कार्यालय पहुंचा ही था, तभी उसके आने का इंतजार कर रहे शातिर लुटेरों ने पिस्टल और चाकू दिखा कर कारोबारी शर्मा के पास रखे पैसों से भरा बैग जिसमे 27 लाख रूपए होना प्रार्थी द्वारा बताया गया है को बन्दूक की नोक पर लूट कर बड़ी ही आसानी से फरार हो गए। हालाँकि पुलिस ने अभी तक मामले में कोई भी एफआईआर दर्ज नहीं की है।
कथित लूट का नहीं मिला कोई सुराग
सूत्रों के मुताबिक कथित लूट की वारदात को अंजाम देने वाले शातिरों का अब तक पुलिस को कोई भी सुराग नहीं मिल पाया है। बुधवार की सुबह से रायपुर पुलिस, क्राइम ब्रांच की टीम और खरोरा थाना पुलिस की टीम प्रार्थी की निशानदेही पर लुटेरों की तलाश में जुटी हुई है, लेकिन अब तक पुलिस के हाथों कोई भी सुराग नहीं सका है जिसके चलते पुलिस ने अब तक कोई भी एफआईआर दर्ज नहीं की है।
शिकायत भी संदेह के घेरे में ली पुलिस
हालांकि पुलिस लूट की सूचना देने वाले प्रार्थी अनाज कारोबारी विष्णु शर्मा की शिकायत को भी संदेह के घेरे में लेकर मामले की जांच कर रही है क्योंकि कथित पीड़ित शर्मा की शिकायत के बाद आरोपियों का जो हुलिया बताया गया था उसके मद्देनजर खंगाले गए आसपास के सीसीटीवी कैमरे में ऐसा न तो कोई शख्स नजर आया है और न ही पुलिस को कथित लुटेरों की बाइक की कोई खबर मिली है।
किसानों का पैसा गबन करने की आशंका
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार अब तक की पुलिस जांच में सामने आए तथ्यों में लूट होने जैसी घटना का कोई अहम सुराग नहीं मिला है जिसके चलते पुलिस इस बात से भी इंकार नहीं कर रही है कि अनाज कारोबारी विष्णु शर्मा द्वारा राईस मिलरों से किसानों के बिके हुए अनाज की मोटी रकम पर नियत खराब होने के चलते लूट की झूठी शिकायत किए जाने की भी आशंका जताई जा रही है।