बड़े तो दूर अब बच्चे भी भी नशाखोरों के टारगेट में, घटना के 24 घंटे के बाद भी बदमाश पुलिस गिरफ्त से बाहर हैं,
रायपुर/नवप्रदेश। Raipur Did Not Get Rid Of Drug Addicts : पुलिस के भरसक प्रयास के बावजूद राजधानी रायपुर में गंभीर और दर्दनाक अपराध की घटनाएं लगातार बढ़ रही है। निजात से बचे नशेड़ियों ने पैसों के लिए 12 साल के मासूम का सिर और चेहरा जला दिया है।
रायपुर पुलिस द्वारा लगातार नशे और गुंडा बदमाशों के खिलाफ अभियान चलाकर कार्रवाई तो की जा रही है। लेकिन कोई खास असर नज़र नहीं आ रहा है। इस बात का जीता जागता उदाहरण शनिवार की दोपहर को सत्यम विहार में हुई एक 12 साल के बच्चे पर नशाखोरों ने बेजा वसूली का प्रयास किया। जब 13 साल के मासूम ने पैसे देने से इंकार किया तो बदमाशों ने उसपर एसिड पाउडर डालकर बुरी तरह घायल कर दिया है।
पुलिस के मुताबिक सत्यम विहार कालोनी निवासी टीकम देवांगन जो की मेकेनिक का काम करता है का एक 12 साल का बीटा अपने छोटे भाई के साथ अपने दोस्त के घर खेलने जा रहा था वही दो अज्ञात बाइक सवार बदमाशों ने बच्चे से नशा करने के लिए पैसे की मांग की लेकिन पीड़ित बालक द्वारा पैसे नहीं दिए जाने पर नशाखोर बदमाशों ने अपनी जेब से कुछ पाउडर की तरह ज्वलनशील पदार्थ निकाला और बालक के सर पर फेंक दिया। दर्द से तड़पते मासूम पर रहम नहीं करते हुए नशेड़ी बदमाशों ने जलन से बिलखते मासूम के चेहरों को निशाना बनाया। ज्वलनशील पाउडर से उसके चेहरे पर हमला कर मौके से फरार हो गए।
बच्चा काफी दर गया और अपने छोटे भाई से घटना के बारे में किसी से न कहने की बात कहते हुए अपने छोटे भाई के साथ घर चला गया। जब बच्चे की माँ घर लौटी तो उसने देखा की उसका बच्चा कम्बल ओढ़ कर बिस्तर पर लेता हुआ है। माँ ने जब कम्बल हटाया तो बच्चे का झुलसा हुआ चेहरा देख काँप गई और तत्काल उसने अपने पति को फ़ोन किया और दोनों ने इसकी सुचना दीनदयाल उपाध्याय नगर थाना रायपुर में दी और बच्चे को इलाज के लिए एम्स में भर्ती कराया गया है। फिलहाल पुलिस मौके वारदात में सीसीटीवी कैमरे की मदद से आरोपियों की तलाश में जुटी गई है।
कुछ महीने पहले भी की थी पैसों की मांग
पीड़ित बालक के पिता टीकम देवांगन ने बताया की लगभग 4 महीने पहले भी 2 से 3 बार इन्ही बदमाशों ने घायल बालक और उसके कुछ साथियों से पैसों की मांग की थी जिस बात को पीड़ित और उसके दोस्तों ने सबसे छुपा कर रखा था। वही पीड़ित के पिता ने बताया की फिलहाल बच्चे का इलाज एम्स में किया जा रहा है और बच्चे का सर और चेहरा बुरी तरह से झुलस चूका है और अभी उसकी हालत नाज़ुक बानी हुई है।
अब बच्चे भी सुरक्षित नहीं
वहीँ कुछ समाजसेवियों ने इस मामले को लेकर पुलिस प्रशासन और शहर में बिगड़ते लॉ एंड ऑर्डर की व्यवस्था पर सवालिया निशान खड़े किए हैं। चाइल्ड वेलफेयर ग्रुप ने रायपुर पुलिस पर आरोप लगाया है की अब तक जिस तरह से शहर में महिलाओं और अन्य लोगों के साथ नशाखोरों और आपसी रंजिश के चलते आए दिन हत्या और बलात्कार के मामले तो सामने आ ही रहे थे लेकिन इस घटना के बाद से तो यह साफ़ हो गया है की पुलिस की कार्रवाई का बदमाशों और नशाखोरों पर कोई असर नहीं पद रहा है बल्कि अब तो शहर में बच्चे भी सुरक्षित नहीं हैं।
जल्द पकडे जाएंगे आरोपी
जानकारी देते हुए पुरानी बस्ती जोन के सीएसपी राजेश देवांगन ने बताया की मामले की जानकारी मिलते ही पुलिस ने इसे गंभीरता से लेते हुए तत्काल एफआईआर दर्ज कर ली है और सीसीटीवी फुटेज भी खंगाले जा रहे हैं। वारदात में शामिल सभी आरोपी जल्द पुलिस की हिरासत में होंगे।