रायपुर/नागपुर/नवप्रदेश। रायपुर (raipur) से छह घंटे की दूरी पर स्थित शहर में कोरोना (corona) वैक्सीन कोवैक्सीन (covaxin) का ह्यूमन ट्रायल (human trial) शुरू है। ये वही शहर है जहां सबसे पहले छत्तीसगढ़ से कोरोना सैंपल जांच के लिए जाते थे। खास बात यह कि अब तक जिन भी लोगों को ये वैक्सीन दी गई उन पर किसी तरह का भी प्रतिकूल असर नहीं दिखाई दिया है।
ट्रेन से रायपुर (raipur) से महज 6 घंटे की दूरी पर स्थित महाराष्ट्र के नागपुर (nagpur) शहर में कोरोना वैक्सीन कोवैक्सीन (covaxin) का ह्यूमन ट्रायल (human trial) हुआ है। यहां करीब 55 वालिंटियर्स को कोरोना (corona) वैक्सीन का डोज दिया गया, लेकिन किसी पर भी इस वक्क्सीन का प्रतिकूल असर नहीं दिखाया दिया है। यह देश में कोरोना वैक्सीन के जल्द आने के संकेत हैं।
भारत में तैयार की गई कोरोना वैक्सीन कोवैक्सीन की शुरुआत नागपुर के गिल्लुरकर अस्पताल से हुई। 27 जुलाई से शुरू हुए इस ट्रायल को अब 11 दिन पूरे हो गए हैं। अब तक कुल 55 वालंटियर्स को कोवैक्सीन दी गई है। फस्र्ट फेज में दिल्ली, रोहतांग, हैदराबाद, पटना में ह्यूमन ट्रायल हुआ है। इसके साथ ही अब कानपुर, गोवा, बेलगांव, चेन्नई, विशाखापट्टनम तथा भुवनेश्वर के सेंटर में अब ह्यूमन ट्रायल किया जाएगा।