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Railway Minister Admitted In The House : संसद में बोले, रेल सुविधा और विकास में छत्तीसगढ़ से नहीं किया गया न्याय

Railway Minister Admitted In The House :

Railway Minister Admitted In The House :

बहुत दिनों बाद सदन में हमारे किसी सांसद ने कहा ‘साड्डा हक्क ऐत्थे राक्ख’, रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने रेल मंत्री को सदन में घेरा

रायपुर/नवप्रदेश। Railway Minister Admitted In The House : आज रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने भरी संसद में अपने परिपक्व प्रश्नों और चिरपरिचित अंदाज़ में रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव को स्वीकारने के लिए मजबूर कर दिया कि वाकई छत्तीसगढ़ियों के साथ वर्षों से रेल मंत्रालय ने न्याय नहीं किया। संसद में बोले, रेल सुविधा और विकास में छत्तीसगढ़ से नहीं किया गया न्याय।

अनदेखी और अन्य की बात स्वीकारते हुए रेल मंत्री श्री वैष्णव ने कहा- छत्तीसगढ़ में रेल इंफ्रास्ट्रक्चर के लिए पिछले 10 साल पहले मात्र 311 करोड रुपए का इन्वेस्टमेंट होता था। लेकिन अब छत्तीसगढ़ स्टेट के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 6922 करोड़ यानी 22 गुना ज्यादा इन्वेस्टमेंट आज दे रहे हैं। जिसका रिजल्ट भी आज दिखाई दे रहा है। पहले मात्र साढ़े 6 किलोमीटर का काम साल भर में होता था। लेकिन आज 100 किलोमीटर हर साल यानी पहले से 15 गुना ज्यादा काम हो रहा है।

बता दें कि वर्षों से प्रदेश के 11 सांसदों द्वारा बड़ी दबी जुबान से छत्तीसगढ़ की जरुरत, संसाधन, विकास कार्य और जनसमस्याओं के लिए आवाज़ बुलंद किया गया। संभवतयः इसलिए भी सर्वाधिक रेल राजस्व देने वाले रेलवे जोन का ख़िताब हासिल होने के बाद भी छत्तीसगढ़ में ट्रेन सुविधाओं, रेल विकास और टाइमिंग को लेकर मुद्दे नहीं उठाये गए।

सांसद बृजमोहन ने 3 साल में 200 से ज्यादा यात्री ट्रेनों के रद्द होने और बिलासपुर जोन से प्राप्त रेल राजस्व के आंकड़े तथा छत्तीसगढ़ में रेलवे द्वारा किये गए खर्च के संबंध में रेल मंत्री से अकाट्य प्रश्न किया था। रेल मंत्री ने कहा कि यह बात सही है कि 10 साल पहले छत्तीसगढ़ के प्रति न्याय नहीं होता था। आज लेकिन न्याय हो रहा है आज भरपुर फंड दिया जा रहा है और काम हो रहे हैं।

काम जिस तेजी से हो रहा है, उसके कारण ट्रैफिक में पैसेंजर गाड़ियों की कैंसिलेशन में दिक्कत भी हुई। और इसके लिए मैं संवेदनशील भी हूं। उन्होंने आगे कहा कि, NI यानी कनेक्शन करने में 4 दिन लगते थे और प्रयास कर रहे हैं कि इसमें 3 दिन ही लगे। इस तरह के बहुत प्रयास चल रहे है और जितनी तेजी से छत्तीसगढ़ में काम चल रहा है। कैपेसिटी इतनी अच्छी क्रिएट हो जाएगी कि कई सारी समस्याएं जो कैपेसिटी की कमी के कारण थी वो समस्याएं भी समाप्त हो जाएगी।

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