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Breaking:दिल्ली में CM बघेल के साथ राहुल-प्रियंका की बैठक शुरू, कार्यकर्ताओं की धड़कने हुई तेज

Rahul-Priyanka's meeting with CM Baghel started in Delhi, workers' throbbing intensified

Bhupesh Rahul Meet

रायपुर/नवप्रदेश। Bhupesh Rahul Meet : सियासी हलचलों के बीच दिल्ली में आलाकमान के साथ मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की बैठक शुरू हो चुकी है। इस बैठक में राहुल गांधी के अलावा महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी शामिल हैं।

आज की बैठक को छत्तीसगढ़ में बीते ढाई साल में सरकार के कामकाज को लेकर अहम बैठक मानी जा रही है। इस बीच यह कयास भी लगाए जा रहे हैं कि ढाई साल के मुद्दे पर विराम लगा दिया जाए।

लेकिन इन सबके बीच कार्यकर्ताओं की धड़कनें भी तेज हो गई है, कारण है सियासी गलियारों में उठ रहे ढाई साल का मुद्दा

आपको बता दें कि आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ हाईकमान (Bhupesh Rahul Meet) की बैठक से ठीक पहले दिल्ली पहुंचे छत्तीसगढ़ के 53 विधायकों ने भी एआईसीसी के महासचिव वेणुगोपाल को भी प्रदेश की योजनाओं और प्रदेश सरकार के कामकाज की जानकारी दी। जिसमें भूपेश बघेल के द्वारा किए जा रहे सभी कार्यों की सराहना की गई है। साथ ही सीएम भूपेश बघेल के नेतृत्व पर विश्वास भी जताया गया है, ताकि ढाई साल के मुद्दे पर आज ही विराम लगे और सियासी पटाक्षेप हो जाए।

सबसे बड़ी बात यह है कि मंत्री टीएस सिंहदेव बीते 4 दिनों से दिल्ली में ही है, उनकी वापसी अभी तक रायपुर के लिए नहीं हुई है। आज की बैठक में सिंहदेव को नहीं बुलाया गया है। हाईकमान से बैठक में आज मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के साथ प्रदेश प्रभारी पीएल पुनिया, राहुल गांधी और प्रियंका गांधी वाड्रा शामिल है।

बैठक का लब्बो लुआब यह है कि उत्तर प्रदेश में 2022 को होने वाले विधानसभा चुनाव में ओबीसी फैक्टर को भी तवज्जो दिया जा रहा है। इस बैठक में प्रियंका गांधी के शामिल होने के बाद इस मुद्दे को खासा तरजीह भी मिली है। माना जा रहा है कि भूपेश बघेल स्वयं ओबीसी वर्ग से आते हैं यही कारण है कि उत्तर प्रदेश की चुनाव की जिम्मेदारी भी आज ही तय की जाए, ताकि उत्तर प्रदेश के चुनावी दौरे में भूपेश बघेल बतौर स्टार प्रचारक शामिल हो।

कहा जाये तो सभी की निगाहें राहुल गाँधी के साथ चल रही बैठक (Bhupesh Rahul Meet) के नतीजों पर टिकी हुई है। दिल्ली में राहुल गाँधी के घर के सामने छत्तीसगढ़ से पहुंचे कांग्रेस नेताओं का हुजूम दिखाई दे रहा है। जैसे ही कोई हलचल दिखाई देती है वैसे ही इन नेताओं की भागदौड़ देखी जा रही है। हालांकि कोई भी नेता साफ कुछ कहने से बचते नजर आ रहे हैं।

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