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त्वरित टिप्पणी: पहले ज्ञान और अब गति को समर्पित साय सरकार का दूसरा बजट

Quick Comment: First knowledge and now speed dedicated to Sai government's second budget

CHHATTISGARH VIDHANSABHA

यशवंत धोटे
CG vidhansabha budget: जैसी की उम्मीद थी इस बार बजट का आकार बड़ा होगा और वही हुआ। आकार इतना बड़ा हो गया कि छत्तीसगढ़ राज्य के रजत जयन्ती वर्ष में न केवल आकड़ों का रिकार्ड टूटा बल्कि संभवत: भारतीय बजट के इतिहास में पहली बार ऐसा हुआ कि किसी वित्त मंत्री ने अपने हाथ से लिखा हुआ 100 पेज का बजट पौने दो घंटे सदन में पढ़ा। बजट पढऩे के बाद स्पीकर कक्ष में सीएम और स्पीकर से मिलने पंहुचे वित्त मंत्री ओपी चौधरी की स्पीकर ड़ॉ रमन सिंह ने हस्तलिखित भाषण की तारीफ की, तो मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने सहज ही पूछ लिया कि हाथ से लिखने से पहले इसको रफ किया था क्या?

वित्तमंत्री ने कहा नही सर तीन दिन लगे रात भर जाग कर फाइनल किया हूं। वहा मौजूद सभी लोग आश्चर्यचकित थे। सरकार के मुताबिक यह वाला बजट (CG vidhansabha budget) ज्ञान के परिष्कृत रूप गति को समर्पित है। यानि 2024 में जी से गरीब, वाय से युवा, ए से अन्नदाता, और एन से नारी मिलकर ज्ञान बना था। इस बार 2025 में जी से गुडगर्वनेंस ए से एक्सेलरेटिंग इंफ्रास्ट्रक्चर, टी से टेक्नोलाजी और आई से इंडस्ट्रीयल ग्रोथ मिलाकर यह बजट गति को समर्पित कर दिया गया है।

हालांकि राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपनी प्रतिक्रिया में इसे दुर्गति वाला बजट बताया लेकिन यह नही बताया कि दुर्गति किसकी? अब बात करते है आकंड़ो की। 25 साल में 29 गुना बड़े आकार के लगभग एक लाख 65 हजार करोड़ के इस बजट से राज्य में एक रूपए लीटर पेेट्र्रोल सस्ता होने जा रहा है। क्योंकि वेट हटाया गया। कर्मचारियों का डीए बढ़कर अप्रैल की तनखा के साथ मिलने भी लगेगा। वैसे तो इस बजट में बड़ा प्रावधान शहीद वीर नारायण सिंह स्वास्थय योजना के तहत 1500 करोड़ रखा गया है।

पहली बार किसी बजट में निसन्तान दम्पतियों के लिए आइवीएफ जैसी मेडिकल फेसिलीटी के लिए 10 करोड़ रूपए का प्रावधान रखा है। प्रधानमंत्री आवास के हितग्राहियों के लिए राहत भरी खबर ये है कि अब 15 हजार रूपए महीने पाने वाले और मोटरसायकिल से चलने वाले भी इस आवास को पा सकते हैं। राज्य की दो बड़ी नदियों महानदी और इन्द्रावती को जोडऩे के लिए भी इस बजट में राशि का प्रावधान किया गया है। लगभग 18 हजार करोड़ के घाटे वाला यह गांव, गरीब, किसान, महिला व शहरी आबादी के लिए नई सुबह लेकर आया है।

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