राज्य सरकार पर ऊंची पहुंच वालों को बचाने का आरोप, आंदोलन की चेतावनी
बिलासपुर, 14 जुलाई। PWD Exam Scam : छत्तीसगढ़ में आयोजित पीडब्ल्यूडी भर्ती परीक्षा को लेकर विवाद गहराता जा रहा है। परीक्षा में हाईटेक नकल की आशंका को लेकर राष्ट्रीय छात्र संगठन (NSUI) ने राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा है। उन्होंने मामले की सीबीआई जांच कराने और पूरी परीक्षा को रद्द करने की मांग की है। संगठन का आरोप है कि यह कोई सामान्य नकल नहीं, बल्कि एक संगठित रैकेट है जो राज्यभर में फैला हुआ है।
ज्ञापन के अनुसार, 13 जुलाई को आयोजित परीक्षा के दौरान बिलासपुर के एक परीक्षा केंद्र में एक युवती हाईटेक गैजेट्स के साथ पकड़ी गई। उसके पास माइक्रो कैमरा, ब्लूटूथ, बॉडी सेंसर जैसे उपकरण थे, जो परीक्षा के दौरान उत्तर बताने के लिए इस्तेमाल हो रहे (PWD Exam Scam)थे। NSUI नेताओं ने आरोप लगाया कि केंद्र में तैनात पुलिस ने शुरुआत में FIR तक दर्ज नहीं की और बाद में संगठन के दबाव पर मामला दर्ज हुआ।
राज्य स्तरीय रैकेट की आशंका, जांच में रुकावट के आरोप(PWD Exam Scam)
NSUI का दावा है कि यह मामला सिर्फ एक केंद्र तक सीमित नहीं है। परीक्षा के 40 से अधिक केंद्रों पर नकल की आशंका जताई जा रही है। इतना ही नहीं, संगठन ने यह भी आरोप लगाया कि रायपुर से एक ‘ऊंचे’ फोन कॉल के बाद जांच रोक दी गई, जिससे इस घोटाले में प्रभावशाली लोगों की संलिप्तता का संदेह और गहरा हो गया है।
ज्ञापन सौंपते समय संगठन के नेताओं ने चेतावनी दी कि यदि जल्द कार्रवाई नहीं की गई, तो NSUI प्रदेशव्यापी आंदोलन की राह पकड़ेगा। इस दौरान जिला कांग्रेस अध्यक्ष विजय पांडेय, प्रमोद नायक, महीन गंगोत्री, रंजीत सिंह और विकास सिंह जैसे नेताओं की मौजूदगी में भारी संख्या में कार्यकर्ताओं ने प्रदर्शन किया।
मुख्य मांगें और अल्टीमेटम
CBI जांच की मांग- चूंकि मामला व्यापक है और कई जिलों से जुड़ा है, इसलिए इसकी निष्पक्ष जांच केवल CBI जैसी स्वतंत्र एजेंसी ही कर सकती है।
परीक्षा पूरी तरह रद्द हो- केवल एक केंद्र में पकड़े जाने से यह मान लेना गलत होगा कि अन्य जगहों पर सबकुछ सही रहा। इसलिए पूरी परीक्षा को रद्द करना (PWD Exam Scam)चाहिए।
आंदोलन की चेतावनी- अगर जल्द जांच नहीं हुई तो NSUI पूरे राज्य में आंदोलन छेड़ेगा।
ज्ञापन पर NSUI के प्रदेश अध्यक्ष नीरज पांडेय, उपाध्यक्ष अमित शर्मा, बिलासपुर अध्यक्ष विशाल ठाकुर सहित कई पदाधिकारियों के हस्ताक्षर हैं।