नई दिल्ली। LPG Gas: निकट भविष्य में आप निजी कंपनियों से रसोई गैस सिलेंडर खरीद सकेंगे। फिलहाल तैयारी चल रही है। अभी तक केवल तीन सरकारी कंपनियां ही गैस वितरण में शामिल थीं। लेकिन भविष्य में निजी कंपनियों को भी यह अधिकार मिलने की संभावना है।
पहले की तरह गैस सिलेंडर (LPG Gas) पर सब्सिडी में कटौती से कंपनियों को फायदा होने की उम्मीद है। इसलिए निजी कंपनियां गैस वितरण क्षेत्र में दिलचस्पी ले रही हैं। कई बड़ी कंपनियां एलपीजी सेक्टर को लेकर आशान्वित हैं। कई कंपनियों ने कम सब्सिडी के कारण इस क्षेत्र में प्रवेश करने का फैसला किया है।
रिलायंस गैस, गोगास, प्योर गैस जैसी कंपनियों के नाम सामने आए हैं। ये कंपनियां पहले से ही गैस क्षेत्र में सक्रिय हैं। लेकिन वे आने वाले वर्षों में अपने व्यवसाय को तेजी से बढ़ा सकते हैं। इन निजी कंपनियों का फोकस कमर्शियल एलपीजी गैस पर है। सब्सिडी से सिर्फ सरकारी तेल विपणन कंपनियों को ही फायदा होता है।
कम सब्सिडी से कंपनियों को फायदा
विश्व बाजार में एलपीजी की कीमतों में उतार-चढ़ाव हो रहा है। तब से भारत सरकार ने सब्सिडी कम कर दी है। मई 2020 से सब्सिडी लगभग बंद कर दी गई है। एलपीजी सिलेंडर अब इंडियन ऑयल, बीपीसीएल और एचपीसीएल को रियायती दरों पर उपलब्ध हैं।
ग्राहक को एलपीजी की पूरी राशि का भुगतान करना होता है और फिर सब्सिडी उनके बैंक खाते में जमा कर दी जाती है। अब देश में उत्पादित सभी एलपीजी सभी सरकारी तेल कंपनियों को दी जाती है। फिर भी, भारत को विदेशों से 50 प्रतिशत से अधिक एलपीजी आयात करना पड़ता है।
अब जबकि सब्सिडी बंद हो गई
कुछ निजी कंपनियां जैसे रिलायंस गैस और सुपर गैस जो एलपीजी सिलेंडर बेचती हैं, उनके पास बहुत कम उद्योग हैं। कारोबार छोटा रखा जाएगा क्योंकि सब्सिडी के नियम से उद्योग नहीं चलेंगे। अब जबकि सब्सिडी बंद हो गई है, कंपनियां अपना कारोबार बढ़ाने पर विचार कर रही हैं। रिलायंस गैस ने देश में अपने कुल एलपीजी उत्पादों को बेचने के लिए सरकार से अनुमति मांगी है।
ऐसी ही एक और कंपनी नायरा एनर्जी भी बाजार में घरेलू गैस सिलेंडर बेचने की सोच रही है। निजी कंपनियों की दरों को देखते हुए इनमें से किसी एक कंपनी को अनुमति मिल सकती है। कंपनी के नंबर पर कॉल करने के बाद उनके एजेंट घर आकर गैस सिलेंडर ठीक कराएंगे।