Principal Beats Nursery Student : एक मासूम बच्ची की धार्मिक अभिव्यक्ति पर कथित सजा अब स्कूल से निकलकर आयोग के दरवाजे तक पहुँच गई है। मामला दुर्ग जिले के बागडूमर गांव का है, जहां नर्सरी की एक साढ़े तीन वर्षीय छात्रा ने ‘राधे-राधे’ कहकर जैसे ही दिन की शुरुआत की, स्कूल की महिला प्राचार्य ने कथित रूप से उसके साथ ऐसी अमानवीय हरकत की, जिसने हर किसी को झकझोर दिया।
मिली जानकारी के अनुसार, बच्ची द्वारा राधे-राधे कहने पर प्रिंसिपल ने पहले उसके हाथों पर छड़ी से मारा और फिर उसका मुंह टेप से बंद कर दिया। इस घटना को लेकर अब राज्य स्तर पर कड़ी प्रतिक्रिया सामने आई है।
राज्य बाल अधिकार आयोग ने इस पूरी घटना को गंभीरता से लेते हुए स्कूल प्रबंधन और प्राचार्य को नोटिस भेजा है। आयोग ने दोनों को आगामी 14 अगस्त को दोपहर 12:30 बजे तलब किया है ताकि वे अपने पक्ष रख सकें। इसके अलावा जांच की पारदर्शिता बनाए रखने के लिए ज़िला बाल संरक्षण अधिकारी और संबंधित थाना प्रभारी को भी आयोग में उपस्थिति सुनिश्चित करने के निर्देश(Principal Beats Nursery Student) दिए गए हैं।
क्या है यह मामला?
घटना 29 जुलाई की है। साढ़े तीन साल की बच्ची, जो नर्सरी में पढ़ती है, ने स्कूल पहुंचते ही ‘राधे-राधे’ बोल दिया। अभिभावकों का आरोप है कि इस पर स्कूल की महिला प्राचार्य बुरी तरह नाराज़ हो गईं और बच्ची को पहले मारा, फिर मुंह पर टेप चिपकाया। यह पूरी घटना सामने आने के बाद अभिभावकों ने मामले की शिकायत(Principal Beats Nursery Student) की, जिसके बाद स्थानीय पुलिस द्वारा प्राचार्य पर कार्रवाई भी की गई।
अब इस प्रकरण में आयोग ने खुद संज्ञान लेकर आगे की जांच प्रक्रिया शुरू कर दी है। आयोग की मंशा है कि इतनी कम उम्र के बच्चों पर की गई ऐसी कार्रवाई को हल्के में न लिया जाए और यह तय हो कि भविष्य में किसी भी संस्थान में बच्चों के साथ क्रूरता न दोहराई जाए।