1.29 करोड़ लोगों को पहला टीका मिला और 45.21 लाख लोगों को दोनों टीके मिले
रायपुर/नवप्रदेश। Preventive Vaccination : कोरोना की तीसरी लहर की आशंका के बीच अच्छी खबर यह है कि वर्तमान में कोरोना संक्रमम के मामले काफी कम निकल रहे हैं। मगर, अभी भी खतरा पूरी तरह से टला नहीं है। राज्य में लाख कोशिशों के बाद भी टीकाकारण के लक्ष्य से स्वास्थ्य विभाग काफी पीछे चल रहा है। 18 से 44 आयु वर्ग के 66.44 लाख और 45 वर्ष से अधिक के 56.47 लाख नागरिक पहला टीका लगवा चुके हैं ।
वहीं, 45 वर्ष से अधिक के 26 लाख पांच हजार 741 हजार लोगों को दोनों टीके लगे हैं। सरकार और प्रशासन चाहते हैं कि कोरोना के तीसरी लहर आने से पहले ही टीकाकरण की रफ्तार तेज कर दी जाए, ताकि तीसरी लहर में लोगों की जान बचाई जा सके। इसके लिए 20 सितंबर यानी सोमवार को राज्य सरकार ने एक दिन में 5 लाख टीकाकरण का लक्ष्य रखा गया था जबकि उस दिन अपने लक्ष्य से कुछ ही कम 4 लाख 29 हजार लोगों को टीका लगाया गया।
कोरोना से बचाव के लिए प्रदेश में अब तक (21 सितम्बर तक) एक करोड़ 74 लाख 40 हजार 152 टीके लगाए गए हैं। प्रदेश के एक करोड़ 29 लाख 18 हजार 724 लोगों को इसका पहला टीका और 45 लाख 21 हजार 428 को दोनों टीके लगाए जा चुके हैं।
प्रदेश में तीन लाख दस हजार 208 स्वास्थ्य कर्मियों, तीन लाख 18 हजार 104 फ्रंटलाइन वर्कर्स, 45 वर्ष से अधिक के 56 लाख 46 हजार 848 और 18 से 44 वर्ष आयु वर्ग के 66 लाख 43 हजार 564 नागरिकों को कोरोना से बचाव का पहला टीका लगाया जा चुका है।
वहीं दो लाख 57 हजार 299 स्वास्थ्य कर्मियों, दो लाख 46 हजार 993 फ्रंटलाइन वर्कर्स, 45 वर्ष से अधिक के 26 लाख पांच हजार 741 तथा 18 से 44 आयु वर्ग के 14 लाख 11 हजार 395 लोगों को दोनों टीके लगाए जा चुके हैं।
इस मामले में राज्य टीकाकरण अधिकारी डा. वीआर भगत ने बताया कि राज्य में 100 फीसद टीकाकरण जल्द से जल्द किए जाने का लक्ष्य तय किया गया है। कुछ दिनों से डेढ़ लाख टीकाकरण प्रतिदिन हो रहा है।
सबसे अधिक टीकाकरण सूरजपुर जिले में 194 प्रतिशत, जबकि सबसे कम टीकाकरण (Preventive Vaccination) बस्तर जिले में 24 प्रतिशत किया गया।
राज्यव्यापी टीकाकरण के आंकड़े
- सूरजपुर जिले में सर्वाधिक 194%
- दन्तेवाड़ा में 156%
- बलौदाबाजार-भाटापारा में 154%
- जशपुर में 129%
- बालोद में 126%
- बेमेतरा में 121%
- कोरबा में 113%
- कांकेर में 96%
- सरगुजा में 82%
- गरियाबंद में 80%
- बलरामपुर में 75%
- कोरिया में 69%
- रायगढ़ में 69%
- सुकमा में 68%
- गौरेला-पेंड्रा-मरवाही में 67%
- मुंगेली में 64%
- जांजगीर-चांपा में 62%
- कबीरधाम में 60%
- धमतरी में 59%
- दुर्ग में 55%
- बिलासपुर में 54%
- रायपुर में 46%
- कोण्डागांव में 45%
- महासमुंद में 43%
- राजनांदगांव में 40%
- नारायणपुर में 32%
- बीजापुर में 26%
- बस्तर में 24%