रायपुर/नवप्रदेश। Press Conference : आरटीआई कार्यकर्ता मनीष राठौर ने पुलिस और जिला प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि प्रशासन के सांठगांठ से जिले में अवैध कारोबार फल फूल रहा है।
शिकायत कर्ता की शिकायत पर कार्रवाई तो दूर उलटा अवैध कारोबारियो पर आवाज बुलंद करने वालो पर झूठा आरोप लगाकर बदनाम करने की साजिश एक पुलिस कर्मचारी द्वारा की जा रही है। बुधवार को रायपुर प्रेस क्लब में प्रेसवार्ता कर मनीष राठौर ने पुलिस के कारनामो की एक के बाद एक पोल खोलकर रख दी है।
उन्होंने बाकायदा पत्रकारों को वीडियो ऑडियो रिकार्डिंग सौंपकर (Press Conference) कोरबा पुलिस पर गंभीर आरोप लगाया हैं। जारी वीडियो ऑडियो के बाद पुलिस महकमे में हड़कंप मचा हुआ है। यही नही उन्होंने कहा कि किस तरह एक अदना सा कर्मचारी एसपी के ऊपर सुपीरियर अधिकारी बनकर काम कर रहा है। इसे ऑडियो के माध्यम से समझा जा सकता है। यही नही कोरबा जिले के RTI कार्यकर्त्ता मनीष राठौर ने अब मुख्यमंत्री और राज्यपाल को पत्र लिखकर पुलिस विभाग और कोल माफिया से खुद को खतरा बताया है।
राठौर ने बताया कि वह विभिन्न मुद्दों को लेकर प्रेस (Press Conference) एवं सोशल मीडिया के माध्यम से प्रशासन तक अपनी बात पहुंचते रहे हैं। इस दौरान उनके द्वारा जिले में चल रही कोयले की तस्करी, अवैध कबाड़ और डीजल के कारोबार का मुद्दा उठाया, तो उलटे उसे ही धमकियां मिलनी शुरू हो गईं। मनीष ने उन लोगों के नाम भी बताए जिनसे उन्हें धमकी मिल रही हैं। इधर मनीष राठौर के पीसी के कुछ ही घंटे बाद कोरबा की पुलिस ने कथित कोल माफिया के नकटीखार स्थित गोदाम में छापा मारा। पुलिस ने प्रेसनोट में बताया कि इस गोदाम से लगभग 40 टन अवैध कोयला जब्त किया गया।