Precaution Needed : देश की राजधानी नई दिल्ली में कोरोना की चौथी लहर ने दस्तक दे दी है। वहां कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या बढऩे लगी है। नई दिल्ली सरकार ने कोरोना संक्रमण के खतरे को मद्देनजर रखकर शैक्षणिक संस्थाओं के लिए फिर से कोरोना गाईड लाईन का पालन करना अनिवार्य कर दिया है। देश के अन्य राज्यों में भी कोरोना के केस बढऩे लगे है। हालांकि स्थिति अभी विकराल नहीं हुई है कोरोना संक्रमण के मामलों में मामूली सी ही वृद्धि हो रही है लेकिन यह कब विकराल रूप धारण कर ले यह कहा नहीं जा सकता।
वैसे भी कोरोना के जनक चीन में फिर से कोरोना संक्रमण (Precaution Needed) की रफ्तार तेज हो गई है। विश्व के कुछ अन्य देशों में भी कोरोना वायरस के नए वैरिएंट का पता लगा है। इस स्थिति को देखते हुए भारत में भी सावधानी बरतने की आवश्यकता है। पिछले चार माह से कोरोना संक्रमण के मामलों में आई गिरावट के कारण केन्द्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय ने भी कोरोना गाईड लाईन का पालन आवश्यक नहीं बताया था। इसके बाद अनेक राज्यों ने मास्क पहनना और दो गज की दूरी रखना जरूरी नहीं समझा और इस बारे में आदेश भी जारी कर दिया।
दरअसल देश के लगभग ८० प्रतिशत लोगों को कोरोना वायरस का दोनो टीका लग चुका है और अब बूस्टर भी लग रहा है। ऐसे में कोरोना के भयावह रूप धारण करने की संभावना कम है लेकिन अभी तक छोटे बच्चों के लिए कोरोना का टीका नहीं बन पाया है इसलिए वे कोरोना संक्रमण का शिकार हो सकते है। यही वजह है कि नई दिल्ली के स्कूलों में कोरोना गाईड लाईन का पालन करना फिर से अनिवार्य किया गया है। अन्य राज्यों में भी इसी तरह उन शैक्षणिक संस्थानों में जहां छोटे बच्चे पढ़ते है कोरोना गाईड लाईन का पालन अनिवार्य किया जाना चाहिए और सभी बच्चों के लिए मास्क लगाना तथा दो गज की दूरी का पालन करना अनिवार्य किया जाए।
हमे निश्चिंत होकर नहीं बैठना चाहिए कि अब कोरोना चला गया है। यह वैश्विक महामारी इतनी आसानी से पीछा नहीं छोड़ेगी, इससे बचने में ही भलाई है। बच्चों को ही नहीं बल्कि उन बड़ों को भी और कुछ समय तक सार्वजनिक स्थानों पर मास्क लगाना चाहिए और यथा संभव दो गज की दूरी का ध्यान भी रखना चाहिए। इस तरह की सावधानी बरत कर हम अपने परिवार को खासतौर पर छोटे बच्चों को सुरक्षित पाएंगे।
इसके पहले की देश के अन्य राज्यों में भी कोरोना संक्रमितों (Precaution Needed) के मामलों में वृद्धि हो सभी राज्य सरकारों को चाहिए कि वे कोरोना गाईड लाईन का आंशिक रूप से ही पालन कराने की व्यवस्था करें ताकि स्थिति को काबू में रखा जा सके। यदि हमारी असावधानी से कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ेंगे तो निश्चित रूप से आगे चल कर स्थिति नियंत्रण से बाहर हो सकती है।