Power Company Employees Protest : छत्तीसगढ़ की सरकारी बिजली कंपनी में फिर कर्मचारी आंदोलन का शंखनाद हो गया है। छत्तीसगढ़ विद्युत संविदा कर्मचारी संघ ने अपने मांगें पूर्ण नहीं होने से आहत हो कर कंपनी प्रबंधन को आंदोलन के लिए चेतावनी पत्र जारी कर दिया है। संघ ने कंपनी प्रबंधन को चार चरण में आंदोलन करने की सूचना दिया है। जिसका आरंभ 19 सितंबर से होगा।
आश्वासन से त्रस्त हैं संविदा कर्मचारी
छत्तीसगढ़ विद्युत संविदा कर्मचारी(Power Company Employees Protest) संघ संविदा कर्मचारियों के हितों की रक्षा के लिए सदा तत्पर रहा है और पॉवर कम्पनी में कार्यरत संविदा कर्मचारियों के नियमितीकरण के लिए सतत प्रयासरत है। संघ ने औद्योगिक शांति बनाए रखने के लिए प्रबंधन के साथ लगातार पत्राचार एवं द्विपक्षीय वार्ता कर हल निकालने का कोशिश किया किंतु संघ के मांगों पर ठोस एवं लिखित आश्वासन देने के बावजूद भी कम्पनी प्रबंधन ने उचित क्रियान्वयन नहीं किया। पॉवर कम्पनी के उदासीनता से संविदा कर्मचारियों में निराशा के भाव हैंl जिस कारण आश्वासनों से त्रस्त आकर संविदा कर्मचारी आंदोलन के लिए विवश हो गए हैं।
बढ़ते दुर्घटना, न्यूनतम वेतन से असुरक्षित हैं संविदा कर्मचारी
बिजली कंपनी(Power Company Employees Protest) में लाइन का कार्य करना अत्यंत ही जोखिम पूर्ण कार्य होता है। लगातर बढ़ते लाइन, कर्मचारी की कमी में सतत विद्युत आपूर्ति बनाए रखने, दबाव पूर्ण कार्य प्रकृति एवं विद्युत लाइन के जाल से उलझा वितरण कम्पनी में विद्युत दुर्घटना का सर्वाधिक शिकार संविदा कर्मचारी हो रहे हैं। प्रति माह किसी न किसी संविदा कर्मचारी के साथ घातक विद्युत दुर्घटना घटित होता है, जिसमें आज तक लगभग 40 संविदा कर्मियों का निधन हो चुका है। इसके बावजूद सिर्फ नियमितीकरण के आश लिए हुए संविदा कर्मचारी अपने कर्तव्यों के प्रति सजग हो कर पूर्ण तन्मयता से अत्यंत अल्प वेतन में अपना कार्य बिना आर्थीक सामाजिक सुरक्षा के कर रहे हैं।
संघ का चार चरण में होगा आंदोलन
1) 19 सितम्बर को वितरण कंपनी के क्षेत्रीय मुख्यालयों में अध्यक्ष पॉवर कम्पनी के नाम सौंप जाएगा ज्ञापन।
2) 1 अक्टूबर को एक दिन का सांकेतिक काम बंद एवं 2 अक्टूबर को राष्ट्रीय पर्व पर पूर्ण रूप से काम बंद किया जाएगा।
3) 13 अक्टूबर को पॉवर कम्पनी मुख्यालय रायपुर में आम सभा एवं विरोध प्रदर्शन किया जाएगा।
4) 18 अक्टूबर से अनिश्चितकालीन काम बंद हड़ताल।
संघ के माँग
1) पॉवर कम्पनी में कार्यरत समस्त कार्यरत संविदा कर्मचारियों को नियमित किया जाए।
2) विद्युतीय – गैर विद्युतीय दुर्घटना समान्य मृत्यु पर 25 लाख मुआवजा के साथ त्वरित रूप से संविदा कर्मियों के परिजनों को अनुकम्पा नियुक्ति दिया जाए।
3) एकमुश्त वेतन में मंहगाई भत्ता एवं मकान भत्ता भी प्रदान किया जाए।
4) राष्ट्रीय अवकाश पर कार्य के बदले अतिरिक्त वेतन नियुक्ति तिथि से प्रदान किया जाए।
विद्युत संविदा कर्मचारी संघ(Power Company Employees Protest) के महामंत्री कमलेश भारद्वाज एवं अध्यक्ष हरि चरण साहू जी ने बताया कि वितरण एवं पारेषण कम्पनी में कर्मचारियों की भारी कमी है कम्पनी में लाइन कर्मियों के पदों में कुल लगभग 6 हजार से अधिक पद खाली है। 2009 के बाद कम्पनी में लाइन कर्मचरियों की भर्ती भी नहीं किया गया है। जिससे लाइन संबंधित समस्त कार्य संविदा कर्मियों द्वारा ही कराए जा रहे हैं। बिजली व्यवस्था बनाये रखना अत्यंत ही जोखिम पूर्ण कार्य होता है इसीलिए बिजली कंपनी के मैदानी कर्मचारियों को ट्रेड एस्टेब्लिशमेंट नियम के अधीन रखा गया है,
जिससे संविदा कर्मचारी नियमित होने के पात्र हैं इसके लिए कम्पनी प्रबंधन ने लीगल सलाह भी लिया है, जिसमें बिजली कम्पनी के संविदा कर्मचरियों को नियमित किए जाने का सलाह भी दिया गया है। संविदा कर्मचारी पिछले 9 एवं 7 सालों से कम्पनी में सेवा देते आ रहे हैं। इसके बावजूद संविदा कर्मियों को नियमित नहीं किया जा रहा है, संविदा कर्मचारी नियमित होने के लिए पूर्ण पात्रता एवं अनुभव रखते हैं।
मांगे पूर्ण नहीं होने की स्थिति में दीपावली पर प्रदेश भर में ब्लैक आउट होने की संभावना हैं और अनिश्चितकालीन आंदोलन की रूपरेखा के लिए विवश हो जाएंगे