-रायसी की मौत के पीछे अमेरिका का हाथ होने का भी संदेह
ईरान। Masoud new president: ब्रिटेन के बाद कट्टरपंथी ईरान में चुनाव के नतीजे आ गए हैं। वहां भी सत्ता परिवर्तन हुआ है और कट्टरपंथी सईद जलीली की हार हुई है। इब्राहिम रायसी की एक हेलीकॉप्टर दुर्घटना में मौत हो गई थी। इस वजह से वहां जल्दी चुनाव कराए गए। इसमें सुधारवादी नेता मसूद पेज़ेशकियान की जीत हुई है और वह अगले राष्ट्रपति होंगे।
अमेरिका और पश्चिमी देशों के साथ ईरान के रिश्ते दशकों से तनावपूर्ण रहे हैं। इसमें रायसी की मौत के पीछे अमेरिका का हाथ होने का भी संदेह जताया गया। एक कार्यक्रम से लौटते समय रायसी का हेलीकॉप्टर वन क्षेत्र में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। इसके बाद चुनाव शुरू हुआ।
पेज़ेशकियान (Masoud new president) ने ईरानी लोगों से पश्चिम के साथ संबंध सुधारने का वादा किया। इससे उन्हें इस चुनाव में 16.3 मिलियन वोट मिले हैं। जबकि कट्टरपंथी नेता जलीली को 1.35 करोड़ वोट मिले। नए राष्ट्रपति पेशे से हृदय रोग विशेषज्ञ हैं। जीत मिलते ही समर्थक सड़कों पर उतर आये और जमकर जश्न मनाया।
ईरान में राष्ट्रपति की मृत्यु के 50 दिन के भीतर चुनाव होना जरूरी है। रायसी सर्वोच्च नेता अयातुल्ला अली खामेनेई के करीबी थे। जलीली भी खमेनेई की विश्वासपात्र थीं वे हार गये हैं। ईरान में चाहे किसी की भी सरकार आए, उन्हें सुप्रीम लीडर के अधीन काम करना होता है।