Pollution Degree : देश की राजधानी नई दिल्ली में दीपावली के बाद से वायु प्रदूषण लगातार बढ़ता जा रहा है। अब तो स्थिति यह हो गई है कि नई दिल्ली और एनसीआर के कई इलाकों में प्रदूषण का स्तर चार सौ एक्यूआई से भी ज्यादा हो गया है। बढ़ते वायु प्रदूषण के कारण लोगों का सांस लेना भी दुभर हो रहा है, खासतौर पर दमा और स्वांस संबंधी रोगों के मरीजों के लिए तो स्थिति दुखदायी होती जा रही है। नई दिल्ली में खासतौर पर बच्चों और बुजुर्गो को घर से बाहर न निकलने की हिदायत दी जा रही है और जो कामकाजी लोग बाहर निकल रहे हैे वे मास्क लगाने पर बाध्य हो रहे है।
अब तो कई लोग दिल्ली छोड़कर अनयत्र पलायन (Pollution Degree) करने के लिए विवश हो गए है। इसी से समझा जा सकता है कि दिल्ली की हवा में किस कदर जहर घुल रहा है। हरियाणा और पंजाब में किसानों द्वारा पलारी जलाएं जाने की वजह से दिल्ली में प्रदूषण लगातार बढ़ रहा है और इधर मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया दिल्ली के लोगों को भगवान भरोसे छोड़कर गुजरात विधानसभा चुनाव के लिए प्रचार में व्यस्त है। मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने दिल्ली को प्रदूषण मुक्त करने का जो दावा किया था वह खोखला साबित हो गया है।
जब तक पंजाब में कांग्रेस की सरकार थी तो अरविंद केजरीवाल दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के लिए पंजाब सरकार को जिम्मेदार ठहराते थे कि वह अपने प्रदेश के किसानों को पलारी जलाने से नहीं रोक पा रही है। अब तो पंजाब में आम आदमी पार्टी की सरकार बन गई है तो ऐसे में यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि पंजाब की आम आदमी पार्टी कि सरकार क्यों हाथ पर हाथ धरे बैठी है। यदि देश की राजधानी को गैस चैंबर में तब्दील होने से बचाने के लिए जल्द से जल्द कारगर कदम नहीं उठाए गए तो आगे चलकर स्थिति और भयावह रूप धारण कर सकती है। दिल्ली-एनसीआर की हवा लगातार जहरीली होती जा रही है।
आलम यह है कि शनिवार को दिल्ली देश में सबसे प्रदूषित शहर (Pollution Degree) रहा। आसमान में इन दिनों प्रदूषण का परत छाई हुई है, जिसके कारण धूप की किरणें भी सही से धरती तक नहीं पहुंच पा रही हैं। वहीं वायु गुणवत्ता मापने के लिए स्थापित किए गए 54 स्टेशनों के डेटा की बात करें तो उनमें से 24 स्टेशन गंभीर श्रेणी में, 27 बेहद खराब श्रेणी में और शेष तीन खराब श्रेणी में दर्ज किए गए हैं। एनसीआर के कई क्षेत्रों में एयर क्वालिटी इंडेक्स 400-500 रहा, यानी गंभीर श्रेणी में था। रिपोर्ट की मानें तो प्रदूषण का स्तर जनवरी के बाद से अपने उच्चतम स्तर पर है। दिल्ली में कुछ स्थानों पर ये सूचकांक में 500 के करीब पहुंचने वाला है। यही कारण है कि दिल्ली-एनसीआर में ग्रैप की स्टेज 3 लागू की गई है. जिसके चलते दिल्ली और इससे सटे शहरों में नई पाबंदियां लागू कर दी गई हैं।