मंगलुरु/ए. । देश में नेता-विधायकों (political leaders and mlas) के कोरोना संक्रमित (corona infection) होने की वजह आम लोगों के संक्रमित होने से अलग होती है। दरअसल अधिकतर आम लाेग कोरोना संक्रमण (corona infection) से बचाव संबंधी नियमों का पालन करते दिखाई देते हैं। यदि आम लोग उल्लंघन करते भी हैं तो मजबूरी में ही करते हैं। आम लोगों के मन में कोरोना का डर भी ज्यादा है।
जबिक कुछ नेता-विधायक (political leader and mlas) व अन्य जनप्रतिनिधियों के लिए नियमों का पालन कठिन हो जाता है। समय की व्यस्तता कहिए या कुछ और कारण ये माननीयों के लिए नियमों का पालन करना चुनौती बन जाता है। और ये लोग रिस्क ले लेते हैं। एक विधायक यूटी खादेर (mla ut khader) द्वारा नियमों की अनदेखी का ऐसा ही मामला सामने आया है कर्नाटक के मंगलुरु (mangaluru) मेंं।
यहां विधायक महोदय कोरोना संक्रमण से मृत एक व्यक्ति के अंतिम संस्कार में शामिल हुए। वो भी बिना पीपीई किट पहने। कोरोना संक्रमित किसी व्यक्ति की मौत केे बाद उसके अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए पीपीई किट पहनना अनिवार्य।
जैसा कि इस संबंध के चित्र में दिख रहा है। मंगलुरु (mangaluru) में अंतिम संस्कार में शामिल अन्य लोग पीपीई किट पहने नजर आ रहे हैं। लेकिन विधायक यूटी खादेर (mla ut khader) ने ऐसा नहीं किया। उन्होंने पीपीई किट नहीं पहन रखी थी।
नियमों के उल्लंघन पर दिया ये जवाब
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक जब उनसे नियमों के उल्लंघन को लेकर सवाल किया गया तो उन्होंने जवाब दिया कि किसी भी मृत व्यक्ति को अंतिम विदाई देते वक्त यह पहली जिम्मेदारी होने चाहिए कि यह काम सम्मान व शांति केे साथ किया जाए।