– ईओडब्ल्यू केस में जेल जाने से बचने के नाम पर मांग रहे थे 10 लाख
-एसीबी चीफ आरिफ शेख ने आरोपियों का किया खुलासा, की अपील
रायपुर/नवप्रदेश । EOW: हैलो…ईओडब्ल्यू केस में जेल जाने से बचना है तो फौरन 10 लाख रुपए पहुंचा दो। हैलो…तुम्हारी शिकायत और करप्शन का पूरा रिकार्ड ईओडब्ल्यू-एसीबी को मिल गया है। मामले को रफा-दफा करना है और जेल जाने से बचना है तो हम जैसा कह रहे हैं।
वैसा मानो…ऐसे ना जाने कितने ही ब्लैंक कॉल और सीधी धमकी देकर भ्रष्ट अफसरों से मनमानी वसूली करने वाले तीन शातिर आरोपी आखिरकार धरदबोचे गए हैं। ईओडब्ल्यू-एसीबी में कार्रवाई से बचाने के नाम पर यह गोरखधंधा करने वाले पुलिस विभाग और ईओडब्ल्यू-एसीबी के बर्खास्तशुदा दो कर्मचारी हैं।
इनके साथ एक कथित पत्रकार और आरटीआई एक्टिविस्ट को भी वन विभाग के पीडि़त अफसर की शिकायत पर गिरफ्तार किया गया है। ईओडब्ल्यू-एसीबी चीफ आरिफ शेख के पास पहुंची इस शिकायत क बाद इस रैकेट का पर्दाफाश हुआ।
प्रेस कांफ्रेंस कर आरिफ शेख ने इस पूरे मामले का खुलासा किया है। दरअसल पिछले कई दिनों से इस बात की शिकायत महकमें को मिल रही थी कि कुछ लोग एसीबी-ईओडब्ल्यू की धौंस दिखाकर और प्रकरण खात्मा करा देने का झांसा देकर अफसरों से वसूली कर रहे थे।
एसीबी चीफ ने एसपी पंकज चंद्रा, एएसपी महेश्वर नाग की अगुवाई में टीम गठित कर इस शिकायत की जांच का निर्देश दिया। जब इन सभी के कॉल सर्विलांस पर डाले गये तो इनकी सच्चाई उजागर हो गयी, वहीं पीडि़त लोगों की शिकायतों की जांच में राज सामने आ गया, जिसके बाद इन सभी के खिलाफ कार्रवाई की गयी है।
एसीबी की टीम ने इस मामले में बर्खास्त सब इंस्पेक्टर सत्येंद्र सिंह वर्मा, ईओडब्ल्यू का पूर्व एएसआई विनोद वर्मा और एक आरटीआई एक्टिविस्ट राजेश तराटे को गिरफ्तार किया गया है।
ईओडब्ल्यू चीफ शेख की अपील
आईपीएस आरिफ शेख ने मामले का खुलासा करते हुए अपील की है कि विभाग के नाम पर ऐसी हरकत करने वालों की तत्काल सूचना दें। उन्हों ने बताया कि गिरफ्तार आरोपियों व्दारा फॉरेस्ट, ईरीगेशन, राजस्व व अन्य कमाई वाले विभागों के अफसर-कर्मियों को धौंस जमाकर उगाही करते थे।
आरिफ शेख ने कहा हम अपील करते हैं कि भ्रष्टाचार के खिलाफ आगे आयें, वो डरें नहीं, हमें बतायें कि उन्हें ब्लैकमेल किया जा रहा है या परेशान किया जा रहा है, हम उनके खिलाफ जरूर कार्रवाई करेंगे।