रायपुर/नवप्रदेश। Police Notice : अनुपातहीन सम्पत्ति और राजद्रोह मामले में निलंबित एडीजी गुरजिंदर पाल सिंह को आज सशरीर राजधानी के कोतवाली थाने में बयान के लिए नोटिस दिया गया था। जिसमे आईपीएस सिंह को गुरुवार 12 बजे तक थाना पहुंचना था। लेकिन वे कोतवाली थाना नहीं पहुंचे। अब पुलिस उनकी तलाशी अभियान शुरू करेगी।
दरअसल, 1 जुलाई को ACB और EOW की कार्रवाई में करीब 72 घंटे तक चली छानबीन में जीपी सिंह के 15 ठिकानों से 10 करोड़ की अवैध संपत्ति विभाग ने जप्त किया। साथ ही सिंह के सरकारी आवास के पीछे नाली में मिले डायरी में सरकार के खिलाफ षड़यंत्र जैसे लेख मिलने से जीपी सिंह पर EOW ने 9 जुलाई को राजद्रोह का मामला कोतवाली थाने में दर्ज किया था। इसी मामले पर आज कोतवाली थाने में पूछताछ होनी थी।
घर में नहीं मिले जीपी सिंह
उल्लेखनीय है कि थाने में सशरीर तामीली के लिए नोटिस देने जब कोतवाली की टीम जीपी सिंह के सरकारी निवास पेंशन बाड़ा पहुंची तो सिंह घर में नहीं मिले। जिसके चलते पुलिस ने उक्त नोटिस (Police Notice) सिंह के परिजनों को सौंप दिया और गुरुवार को दोपहर 12 बजे से पहले जीपी सिंह को कोतवाली थाने भेजने का सख्त निर्देश देकर वापस लौट गई।
जीपी की गिरफ्तारी संभव
पुलिस से मिली जानकारी के मुताबिक आज जीपी सिंह नोटिस (Police Notice) देने के बावजूद राजद्रोह मामले में बयान देने थाने नहीं पहुंचे। जिसके कारण इसे अवहेलना माना जा रहा है। अब कोतवाली पुलिस जीपी सिंह को फरार मानकर उनकी तलाशी अभियान शुरू करेगी। सूत्र बताते हैं कि सिंह के खिलाफ लुक आउट सर्कुलर भी जारी किया जा सकता है।
आपको बता दें कि 10 जुलाई से जीपी सिंह अपने सरकारी निवास से लापता हैं। हालांकि पुलिस ने अभी तक इनकी सरसरी तलाशी ही की है। वहीं जीपी सिंह मामले में जिन लोगों के नाम सामने आये हैं और जिनसे सिंह की करीबी का पड़ताल हुआ है उन्हें सर्विलांस में रखा गया है। साथ ही जीपी सिंह के खिलाफ ACB और EOW की जांच के अलावा 4 और पुराने केस पर भी FIR हुई, जिस पर भी अलग से जांच की जा रही है। ऐसे में अब जीपी सिंह पर लगे दागों की फेहरिश्त लम्बी होती जा रही है। जिससे निलबित IPS गुरजिंदर पाल सिंह की मुश्किलें और भी बढ़ती नजर आ रही है।