-भारत के अनुरोध पर की गई कार्रवाई: रिपोर्ट
नई दिल्ली। Mehul Choksi arrested in Belgium: करीब 2 अरब डॉलर के पंजाब नेशनल बैंक (पीएनबी) घोटाले के मुख्य आरोपी मेहुल चोकसी को बेल्जियम में गिरफ्तार कर लिया गया है। यह गिरफ्तारी केंद्रीय जांच ब्यूरो (सीबीआई) के अनुरोध पर की गई। मेहुल चोकसी 2021 के अंत में एंटीगुआ से भाग गया था, जिसके बाद भारतीय जांच एजेंसियां दो महीने तक बेल्जियम की एजेंसियों के संपर्क में थीं। भारतीय जांच एजेंसियां लंबे समय से चोकसी की तलाश कर रही थीं। जानकार सूत्रों के अनुसार, वह फिलहाल बेल्जियम की जेल में है।
भारतीय जांच एजेंसियां चोकसी की तलाश में थीं। जब जांच एजेंसियों को पता चला कि चोकसी बेल्जियम में है, तो उन्होंने तुरंत वहां की सरकार को एक औपचारिक पत्र भेजकर उसकी गिरफ्तारी और प्रत्यर्पण की मांग की। जवाब में, बेल्जियम पुलिस ने मुंबई की एक अदालत द्वारा जारी दो गिरफ्तारी वारंटों के आधार पर चोकसी को हिरासत में ले लिया। ये वारंट 23 मई 2018 और 15 जून 2021 को जारी किए गए।
चोकसी भारत क्यों नहीं आया?
एंटीगुआ में रहने वाला मेहुल चोकसी (Mehul Choksi arrested in Belgium) इलाज के लिए यूरोप आया था। उनके वकीलों का कहना है कि वह गंभीर बीमारी से पीडि़त हैं और वे बेल्जियम की अदालत में जमानत की मांग करेंगे। मेहुल चोकसी ने इससे पहले मुंबई की एक अदालत में रक्त कैंसर (क्रोनिक लिम्फोसाइटिक ल्यूकेमिया और लिम्फोमा) का हवाला देते हुए भारत आने में असमर्थता जताई थी।
सीबीआई, ईडी चोकसी के खिलाफ आक्रामक
दोनों भारतीय एजेंसियां, सीबीआई और प्रवर्तन निदेशालय (ईडी), बेल्जियम की अदालत में चोकसी की जमानत का विरोध करेंगी और उसके प्रत्यर्पण को सुरक्षित करने के लिए हर संभव प्रयास करेंगी। एजेंसियों का आरोप है कि चोकसी और उसके भतीजे नीरव मोदी ने बैंक अधिकारियों के साथ मिलकर पीएनबी से करोड़ों रुपये की धोखाधड़ी की।