अयोध्या/नवप्रदेश। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (pm narendra modi) ने बुधवार को श्रीराम मंदिर निर्माण (ram mandir) के लिए भूमिपूजन (bhumipujan) किया। इसके साथ ही करोड़ों भारतीयों के सपने ने भी मूर्त रूप लेना प्रारंभ कर दिया।
मंदिर (ram mandir) निर्माण के भूमिपूजन (bhumipujan) के बाद पीएम मोदी (pm narendra modi) ने सभा को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि राम मंदिर निर्माण का उपक्रम नर को नारायण से जोडऩे की प्रक्रिया है। यह वर्तमान को अतीत को जोडऩे की प्रक्रिया है। राम मंदिर राष्ट्रीय भावना का प्रतीक है। यह राष्ट्र को जोडऩे की प्रक्रिया है।
प्रधानमंत्री मोदी (pm narendra modi) ने कहा कि जिस प्रकार आजादी की लड़ाई में महात्मा गांधी को पूरे भारतवासियों का सहयोग मिला और आजादी का सपना पूरा हुआ, उसी प्रकार सभी लोगों के सहयोग से राम मंदिर निर्माण का सपना भी पूरा होने जा रहा है। राम मंदिर में अर्पण भी तर्पण भी है। इसमें संघर्ष भी है और संकल्प भी है। प्रधानमंत्री ने राम मंदिर आंदोलन के लिए त्याग और तपस्या करने वालों के प्रति भी आभार जताया। कहा कि में देश की समस्त 130 करोड़ जनता की ओर ऐसी महान विभूतियों को नमन करता हूं।
मंदिर निर्माण के बाद पूरी तरह बदल जाएगी अयोध्या
प्रधानमंत्री ने कहा कि राम मंदिर बनने से अयोध्या पूरी तरह बदल जाएगी। यहां देश विदेश से लोग पहुंचेंगे। कल्पना कीजिए तब अयोध्या कैसी होगी। राम मंदिर आने वाली पीडिय़ों के लिए आस्था और संकल्प का प्रतीक होगा।
मर्यादा पुरुषोत्त्तम के काम में मार्यादा का अद्भुत उदाहरण
आज पूरा भारत राममय हो गया है। प्रधानमंत्री मोदी ने कोरोना काल का जिक्र करते हुए कहा कि मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान राम के काम मर्यादा की अद्भुत उदाहरण देखने को मिल रहा है। ऐसा ही संयम हमने तब दिखाया था जब सुप्रीम कोर्ट का राम मंदिर को लेकर फैसला आया था।