नयी दिल्ली। Mann Ki Baat: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने आज मन की बात कार्यक्रम में संविधान निर्माता बाबा साहेब डॉ. भीमराव अंबेडकर एवं महात्मा ज्योतिबा फुले को श्रद्धांजलि देते हुए लोगों से अपील की कि वे अपनी बेटियों की पढ़ाई पर विशेष रूप से फोकस करें। दो महान विभूतियों – महात्मा फुले और बाबा साहब अम्बेडकर की जयंती भी मनाएंगे। इन दोनों ने ही भारतीय समाज पर अपना गहरा प्रभाव छोड़ा है।
महात्मा फुले की जयंती 11 अप्रैल को है और बाबा साहब की जयंती हम 14 अप्रैल को मनाएंगे। इन दोनों ही महापुरुषों ने भेदभाव और असमानता के खिलाफ बड़ी लड़ाई लड़ी। महात्मा फुले ने उस दौर में बेटियों के लिए स्कूल खोले, कन्या शिशु हत्या के खिलाफ आवाज़ उठाई। उन्होंने जलसंकट से मुक्ति दिलाने के लिए भी बड़े अभियान चलाये।
समाज के निर्माण बड़ी भूमिका
प्रधानमंत्री ने कहा कि महात्मा फुले की इस चर्चा में सावित्री बाई फुले का भी उल्लेख उतना ही ज़रूरी है। सावित्री बाई फुले ने कई सामाजिक संस्थाओं के निर्माण में बड़ी भूमिका निभाई। एक शिक्षिका और एक समाज सुधारक के रूप में उन्होंने समाज को जागरूक भी किया और उसका हौसला भी बढाया।
सत्यशोधक समाज की स्थापना
दोनों ने साथ मिलकर सत्यशोधक समाज की स्थापना की। जन-जन के सशक्तिकरण के प्रयास किए। हमें बाबा साहब अम्बेडकर के कार्यों में भी महात्मा फुले के प्रभाव साफ़ दिखाई देते हैं। वो कहते भी थे कि किसी भी समाज के विकास का आकलन उस समाज में महिलाओं की स्थिति को देख कर किया जा सकता है।