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PM Modi Ethiopia Visit : चार दिन, तीन देश और बड़ा संदेश – पीएम मोदी के इथियोपिया दौरे से क्यों बढ़ेगी भारत की वैश्विक ताकत

PM Modi Ethiopia Visit

PM Modi Ethiopia Visit

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी चार दिन के भीतर तीन अहम देशों की यात्रा पर निकलने वाले हैं। इस विदेश दौरे में जॉर्डन और ओमान के साथ-साथ अफ्रीकी देश इथियोपिया शामिल (PM Modi Ethiopia Visit) है, जिसे भारत की कूटनीति के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है। खास बात यह है कि यह दौरा ऐसे समय पर हो रहा है, जब भारत 2026 में ब्रिक्स की अध्यक्षता संभालने की तैयारी कर रहा है और इथियोपिया इस समूह का नया लेकिन प्रभावशाली सदस्य है।

इथियोपिया यात्रा पर क्यों टिकी हैं सबकी नजरें

पीएम मोदी की इथियोपिया यात्रा सिर्फ एक औपचारिक द्विपक्षीय दौरा नहीं है, बल्कि इसे भारत की अफ्रीका नीति और वैश्विक दक्षिण के साथ बढ़ते सहयोग के तौर पर देखा जा रहा है। इथियोपिया में भारत के राजदूत अनिल कुमार राय के अनुसार, यह यात्रा दोनों देशों के बीच दीर्घकालिक और मैत्रीपूर्ण संबंधों को नई मजबूती देगी।

उन्होंने यह भी स्पष्ट किया कि भारत और इथियोपिया अंतरराष्ट्रीय मंचों पर कई साझा मुद्दों पर एक जैसी सोच रखते (PM Modi Ethiopia Visit) हैं, खासकर संयुक्त राष्ट्र सुधारों और बहुपक्षीय सहयोग के मामलों में।

दो प्राचीन सभ्यताओं के रिश्तों में नया अध्याय

भारत और इथियोपिया दोनों ही प्राचीन सभ्यताओं से जुड़े देश हैं और उनके संबंध दशकों पुराने हैं। राजदूत राय के अनुसार, प्रधानमंत्री मोदी पिछले करीब 15 वर्षों में इथियोपिया का दौरा करने वाले पहले भारतीय प्रधानमंत्री होंगे, जिससे इस यात्रा का ऐतिहासिक महत्व और बढ़ जाता है।

यह दौरा न केवल राजनीतिक संवाद को गति देगा, बल्कि व्यापार, विकास सहयोग और क्षमता निर्माण जैसे क्षेत्रों में भी नए अवसर खोलेगा। दोनों देशों के बीच चर्चा का एजेंडा व्यापक और बहुआयामी बताया जा रहा है।

ब्रिक्स और संयुक्त राष्ट्र सुधार बनेंगे चर्चा का केंद्र

इथियोपिया हाल ही में ब्रिक्स समूह का पूर्ण सदस्य बना (PM Modi Ethiopia Visit) है और भारत इस संगठन के संस्थापक देशों में शामिल रहा है। ऐसे में पीएम मोदी की यह यात्रा ब्रिक्स के भविष्य, वैश्विक आर्थिक संतुलन और विकासशील देशों की भूमिका पर महत्वपूर्ण संवाद का मंच बनेगी।

भारत 2026 में ब्रिक्स की अध्यक्षता करेगा, जिसमें इथियोपिया की भूमिका अहम मानी जा रही है। इस दौरान वैश्विक दक्षिण के देशों की आवाज को मजबूत करने, संयुक्त राष्ट्र में सुधार और क्षेत्रीय स्थिरता जैसे मुद्दों पर भी विस्तार से बातचीत होने की संभावना है।

पीएम अली के साथ द्विपक्षीय रिश्तों पर होगी विस्तृत चर्चा

इस यात्रा के दौरान प्रधानमंत्री मोदी इथियोपिया के प्रधानमंत्री अली से मुलाकात करेंगे। दोनों नेता भारत-इथियोपिया संबंधों के सभी पहलुओं पर गहन चर्चा करेंगे। विदेश मंत्रालय के अनुसार, यह दौरा वैश्विक दक्षिण में साझेदार के रूप में दोनों देशों की साझा प्रतिबद्धता को और मजबूत करेगा। भारत की ओर से यह संदेश साफ है कि अफ्रीका सिर्फ रणनीतिक साझेदार नहीं, बल्कि वैश्विक विकास की यात्रा में बराबरी का सहयोगी है।

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