नई दिल्ली/रोम। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी शुक्रवार को महत्वपूर्ण 16वें जी20 शिखर सम्मेलन (G20 Summit) में भाग लेने के लिए रोम पहुंचे। सप्ताह के अंत में आयोजित होने वाले इस शिखर सम्मेलन में समूह के नेता वैश्विक आर्थिक सुधार, सतत विकास और जलवायु परिवर्तन पर चर्चा करेंगे।
2020 की शुरूआत में वैश्विक महामारी के फैलने के बाद से यह पहला इन-पर्सन जी-20 शिखर सम्मेलन है।
शिखर सम्मेलन के पहले दिन ‘वैश्विक अर्थव्यवस्था और वैश्विक स्वास्थ्य’ पर विचार-विमर्श होगा, जबकि दूसरे दिन प्रिंस ऑफ वेल्स द्वारा जलवायु परिवर्तन के खिलाफ लड़ाई में निजी वित्त की भूमिका के विषय पर एक भाषण दिया जाएगा। साथ ही दूसरे दिन विश्व के नेता जलवायु परिवर्तन और पर्यावरण, सतत विकास सहित अन्य मुद्दों पर भी विचार-विमर्श करेंगे।
अपने प्रस्थान से पहले, मोदी ने ट्वीट किया, “अगले कुछ दिनों में, मैं जी20 और सीओपी26 जैसी महत्वपूर्ण बहुपक्षीय सभाओं में भाग लेने के लिए रोम, वेटिकन सिटी और ग्लासगो में रहूंगा। इस दौरान विभिन्न द्विपक्षीय मुलाकात और समुदाय से संबंधित कार्यक्रम भी होंगे।”
शुक्रवार को इटली की राजधानी में अपने आगमन पर, प्रधानमंत्री ने एक ट्वीट में कहा, “जी 20 शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए रोम पहुंचा हूं, जोकि प्रमुख वैश्विक मुद्दों पर विचार-विमर्श करने के लिए एक महत्वपूर्ण मंच है। मैं रोम की इस यात्रा के माध्यम से अन्य कार्यक्रमों की भी आशा करता हूं।”
प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) के अनुसार, इटली सरकार के वरिष्ठ अधिकारियों और रोम में भारत के राजदूत ने मोदी की अगवानी की। मोदी की 31 अक्टूबर तक रोम और वेटिकन सिटी की यात्रा उनके इतालवी समकक्ष मारियो ड्रैगी के निमंत्रण पर हो रही है। जी20 शिखर सम्मेलन से इतर मोदी अन्य सहयोगी देशों के नेताओं से भी मुलाकात करेंगे और उनके साथ भारत के द्विपक्षीय संबंधों में प्रगति की समीक्षा करेंगे।
मोदी-पोप बैठक को लेकर केरल के कैथोलिक समुदाय में छाया उत्साह
वेटिकन में पीएम मोदी पोप फ्रांसिस से मुलाकात करेंगे। पोप फ्रांसिस के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की बैठक से पहले केरल में कैथोलिक समुदाय उत्साहित है। दोनों का सुबह 8.30 बजे 30 मिनट के लिए मिलने का कार्यक्रम है।
केरल में ईसाई राज्य की 33 मिलियन आबादी का लगभग 19 प्रतिशत हिस्सा हैं। राज्य में तीन कैथोलिक चचरें में ईसाईयों का 50 प्रतिशत हिस्सा है। केरल में, रोमन कैथोलिक, लैटिन और सीरो-मलंकरा कैथोलिक चर्च पोप के प्रति अपनी निष्ठा रखते हैं। यही कारण है कि पोप फ्रांसिस से मुलाकात को लेकर पूरा समुदाय काफी खुश है। पोप की भारत यात्रा के लिए सभी की इच्छा है। इन्हे यकीं है कि प्रधानमंत्री से मुलाकात के बाद पोप भारत जरूर आएंगे।
पोप की अंतिम भारत यात्रा बहुत संक्षिप्त थी, जो 1999 में हुई थी। वहीं पोप ने केरल का दौरा केवल 1986 में किया था।