नयी दिल्ली । प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने विपक्ष को आडे हाथों लेते हुए आज कहा कि जनता देश को पुराने दौर में ले जाने के लिए तैयार नहीं है बल्कि वह नये भारत के सपने को पूरा करने के लिए लालायित है इसलिए सभी को मिलकर गांधी के मॉडल को आगे बढाते हुए नयी पीढी की अपेक्षाओं को पूरा करने के लिए राष्ट्र निर्माण में जुटने की जरूरत है।
श्री मोदी ने राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर राज्यसभा में करीब 12 घंटे चली चर्चा का बुधवार को जवाब देते हुए सदन में विपक्ष द्वारा सरकारी कामकाज में बार-बार अड़ंगा लगाने के बजाय सकारात्मक और रचनात्मक सहयोगी की अपील की। विपक्ष पर तंज कसते हुए उन्होंने पूर्व राष्ट्रपति प्रणव मुखर्जी का हवाला देते हुए कहा कि लोकतंत्र में विपक्ष को विरोध का अधिकार है लेकिन अड़ंगा लगाने का अधिकार किसी को नहीं है। उन्होंने कहा कि देश को 50 खरब डालर की अर्थव्यवस्था बनाने के लिए सभी को मिलकर कर्तव्य भाव और जिम्मेदारी का निर्वहन करना होगा।
प्रधानमंत्री के जवाब के बाद सदन ने विपक्षी सदस्यों के सभी संशोधनों को खारिज करते हुए धन्यवाद प्रस्ताव को ध्वनिमत से पारित कर दिया। लोकसभा ने मंगलवार को इस प्रस्ताव को पारित किया था। इस तरह प्रस्ताव को संसद की मंजूरी मिल गयी।