PM Jan Dhan Yojana : प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा कि जन-धन योजना (PM Jan Dhan Yojana) ने भारत के करोड़ों लोगों को “अपना भाग्य खुद लिखने की शक्ति” दी है। उन्होंने कहा कि जब समाज के अंतिम पायदान पर खड़ा व्यक्ति भी वित्तीय रूप से जुड़ जाता है, तब पूरा देश एक साथ आगे बढ़ता है।
2014 में हुई थी शुरुआत
यह महत्वाकांक्षी योजना 28 अगस्त 2014 को लॉन्च की गई थी। उद्देश्य था – हर परिवार को बैंकिंग सेवाओं, वित्तीय साक्षरता, बीमा, पेंशन और ऋण की सुविधाओं से जोड़ना। आज 11 साल बाद यह योजना भारत की सबसे बड़ी वित्तीय समावेशन क्रांति बन चुकी है।
प्रधानमंत्री मोदी ने एक्स (Twitter) पर पोस्ट किया—
“जब अंतिम व्यक्ति वित्तीय रूप से जुड़ा होता है, तो पूरा देश आगे बढ़ता है। जन-धन योजना(PM Jan Dhan Yojana) ने यही किया। इसने लोगों की गरिमा बढ़ाई और उन्हें आत्मनिर्भर बनने का हौसला दिया।”
‘माईगव’ ने बताई योजना की उपलब्धियाँ
‘माईगव’ के पोस्ट में कहा गया कि भारत की वित्तीय क्रांति गणित से नहीं, बल्कि नवाचार और समावेशन के सूत्रों से प्रेरित है। बैंकिंग सेवाओं की पहुंच, महिला सशक्तिकरण, पारदर्शी डीबीटी ट्रांसफर और बेहतर गवर्नेंस—सब कुछ जन-धन योजना की देन है।
एक अन्य पोस्ट में कहा गया कि 2014 में प्रधानमंत्री मोदी ने वादा किया था कि कोई भी गरीब परिवार बैंकिंग व्यवस्था से बाहर नहीं रहेगा। यह योजना सिर्फ खाते खोलने तक सीमित नहीं रही, बल्कि इसने-
माँ को सम्मानपूर्वक बचत करने का मौका दिया
किसान को बिचौलियों से मुक्ति(PM Jan Dhan Yojana) दिलाई
ग्रामीणों को राष्ट्र की मुख्यधारा से जोड़ा
हर घर में उम्मीद, हर जीवन में आत्मविश्वास
सरकार का दावा है कि PM Jan Dhan Yojana ने लोगों के जीवन में वास्तविक बदलाव किया है। हर घर में उम्मीद और हर नागरिक में आत्मविश्वास जगाने का श्रेय इस योजना को दिया जा रहा है।