-अबू धाबी में राम मंदिर को मुद्दा बनाकर वोट मांगे जाएंगे
नई दिल्ली। Shashi Tharoor: केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण द्वारा पेश किए गए बजट पर कांग्रेस समेत विपक्षी दलों ने नाराजगी जताई है। एनसीपी नेता अजित पवार गुट ने बजट का स्वागत किया है। कांग्रेस के वरिष्ठ नेता शशि थरूर ने सांकेतिक बयान देते हुए कहा है कि यह अंतरिम बजट है, अंतिम बजट नहीं है और अभी लोकसभा चुनाव के नतीजे भी नहीं आये हैं।
केंद्र सरकार द्वारा पेश किया गया अंतरिम बजट निराशाजनक है। वित्त मंत्री के भाषण से बेरोजगारी का मुद्दा पूरी तरह गायब रहा। आम आदमी के जीवन स्तर को सुधारने के मामले में सरकार को एफ यानी फेल ग्रेड दिया जाएगा। शशि थरूर ने दावा किया कि मुद्रास्फीति, खासकर खाद्य कीमतों में वृद्धि इतनी चौंकाने वाली है कि देश की 20 प्रतिशत आबादी इसे वहन करने में असमर्थ है।
यह एक आम भारतीय के जीवन की सच्चाई है। इसीलिए केंद्र सरकार को लगता है कि लोगों को राम मंदिर के गर्व के साथ वोट करना चाहिए या फिर पाकिस्तान पर बालाकोट, पुलवामा जैसे कथित हमलों का जवाब देने पर गर्व के साथ वोट करना चाहिए। शशि थरूर ने आलोचना करते हुए कहा कि 2019 में बीजेपी को इसी तरह सफलता मिली।
इस बार राम मंदिर का मुद्दा उठाया जाएगा। इसमें कोई संदेह नहीं है कि अबू धाबी में बने राम मंदिर को इसमें जोड़ा जाएगा। जाहिर है सरकारें ऐसे काम करने के लिए नहीं चुनी जातीं। सरकारें आम लोगों के जीवन को बेहतर बनाने के लिए चुनी जाती हैं। क्या इस सरकार ने ऐसा किया? मैं कहूंगा कि केंद्र सरकार उस विशेष मापदंड पर पूरी तरह से विफल रही है।