-मौजूदा व सेवानिवृत्त न्यायाधीश की अध्यक्षता में जांच की मांग
Pegasus spyware: सीजेआई एनवी रमना अगस्त के पहले सप्ताह में सुनवाई करने पर सहमत हो गए हैं।
नई दिल्ली। Pegasus spyware: पेगासस मुद्दे पर संसद का मानसून सत्र शुरू होने के बाद से हड़कंप मच गया है। विपक्षी समूहों ने आरोपों की जांच के लिए एक समिति गठित करने की मांग की। इस बीच इस मामले की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में होगी। पेगासस जासूसी मामले में दायर एक याचिका पर सुप्रीम कोर्ट अगस्त के पहले हफ्ते में सुनवाई करेगा। आज (शुक्रवार) सीजेआई एनवी रमना अगस्त के पहले हफ्ते में सुनवाई करने पर राजी हो गए हैं।
वरिष्ठ अधिवक्ता कपिल सिब्बल ने शुक्रवार को पत्रकार एन. राम द्वारा दायर याचिका को प्रधान न्यायाधीश रमना के समक्ष भेज दिया। साथ ही पेगासस (Pegasus spyware) नागरिकों की आजादी पर जासूसी जैसा हथियार ला रही है और कोर्ट ने इस पर तत्काल सुनवाई की मांग की है। रमना ने अगस्त के पहले सप्ताह में सुनवाई के लिए हरी झंडी दे दी। इस बीच सुप्रीम कोर्ट में दायर एक याचिका में कोर्ट के एक मौजूदा और रिटायर्ड जज की अध्यक्षता में जांच की मांग की गई है।
पेगासस मामला क्या है?
कुछ दिनों पहले, कुछ अंतरराष्ट्रीय मीडिया ने खुलासा किया कि भारत सहित दुनिया के कई देशों के पत्रकारों, नेताओं और बड़े लोगों के फोन इजरायल में पेगासस सॉफ्टवेयर की मदद से टैप किए गए थे। भारत में कांग्रेस नेता राहुल गांधी, प्रशांत किशोर, पत्रकार एन. रिपोर्ट के मुताबिक, राम समेत कई फोन टैप किए गए।