– सेल्समेन ने कहा ऊपर से ही कम पहुँचता है राशन
-अरनपुर सोसायटी में पीडीएस चावल में गड़बड़ी
दंतेवाड़ा। PDS Ration: दंतेवाड़ा जिले के अंदुरुनी क्षेत्रों में गरीबी रेखा से नीचे गुजर बसर कर रहे आदिवासियों को सरकार पीडीएस सिस्टम के माध्यम से वर्षो से गरीबी उन्नयन अभियान चलाने कि पुरजोर कोशिश कर रही है।
मगर क्या गरीबो के हिस्से का खाद्यान सरकार (PDS Ration) की समर्थन मूल्य की दुकानों तक बराबर पहुँचता है। क्या हितग्राहियों तक बराबर उनके कोटे का रशद राशन पहुँचता है? जमीनी हकीकत इसके बिलकुल विपरीत नजऱ आती है। दंतेवाड़ा की अरनपुर सोसायटी में चावल से भरे खाद्यान के कुछ बोरो में चावल भर्ती वजन से 14 किलो कम पाया गया।
मतलब 50 किलो वजन की जगह बोरो में महज 36 किलो चावल नजऱ आया. जिसके बाद 2 बोरे सेल्समैन से कहकर और वजन करवाया गया जिसमें एक बोरे में 45 किलो चावल और तीसरे बोरे में 47 किलो चावल ही निकला। जबकि वेयरहाउस से प्रति बोरा 50 किलो खाद्यान हितग्राहियों के लिये भेजा जाता है।
उसके बावजूद भी बोरो में खाद्यान का कम निकलना बड़े सन्देह को जन्म देता है। खाद्यान वेयरहाउस से लेकर सोसायटी संचालक (PDS Ration) तक पहुँचने में कहाँ पर हेराफेरी और कालाबाज़ारी की जाती है यह प्रशासन को पता लगाना चाहिए ताकि गरीबो का राशन बराबर उनके घर परिवार तक पहुँचे।
अरनपुर सोसायटी के सेल्समेन नंदाराम ने जानकारी दी कि 100 किवंटल चावल प्रति माह बाटने के लिये आता है। मगर उनमें से कुछ बोरे कम भर्ती के रहते हैं। जिसके चलते हमें घाटा उठाना पड़ता है। सेल्समेन ने आगे बताया कि जब राशन बोरो में कम रहता है तो बगल के आश्रमों से लेकर हितग्राहियों को दे देते हैं।
मगर सेल्समैन के इस ब्यान ने बहुत ही चौका दिया है क्योंकि वेयरहाउस से जब खाद्यान सामग्री सोसायटी के लिए निकलती हैं तो सेल्समैन और निगरानी समिति के सामने ख़ाली करवाया जाता है, और उसके बावजूद भी राशन का कम निकलना सेल्समैन के दावों की पोल खोलने के लिए पर्याप्त हैं।
वहीं अरनपुर में इस माह जो चावल हितग्राहियों को बाँटा गया है उसने घुन और कीड़े लग चुके हैं। कई बोरों में घुन स्पष्ट देखे जा सकते हैं, और वही घुन लगा चावल हितग्राहियों को बाँटा जा रहा है।