- बालाेद का वाकया, फरियादी के बेटे की हुई थी मौत
- दशगात्र में ठग भी पहुंचा घर और मांग लिया एटीएम
- कार्ड नंबर व पिन से अपने मोबाइल पर लिंक किया पेटीएम
बालोद/नवप्रदेश। पेटीएम (paytm fraud) के जरिए लाखों की ठगी का मामला बालोद जिले में सामने आया है। एक ठग (thug) ने गम के माहौल का फायदा उठाते हुए एक शख्स का एटीएम (atm) मांगकर उससे अपने मोबाइल फोन पर पेटीएम (paytm) लिंक करा लिया।
फिर उस शख्स को तीन माह के भीतर 10 लाख रुपए का चूना लगा दिया। हालांकि फरियादी की शिकायत पर पुलिस ने जांच कर आरोपी नितेश यादव को गिरफ्तार कर लिया है।
जिसका मांगा एटीएम उसके बेटे की हुई थी मौत
पेटीएम से ठगी (paytm fraud) का यह मामला बालोद जिले के डौण्डी लोहारा थाना क्षेत्र के ग्राम संजारी का है। यहां के खोरबाहरा राम डोंगरे प्राचार्य के पद पर पदस्थ थे। रिटायरमेंट का पैसा उनके बैंक खाते में था। इसी बीच गंभीर बीमारी के कारण उनके बेटे की मौत हो गई।
इसे भी पढ़ें : नौकरी लगाने के नाम पर ठगी, इस भाजपा नेता के पुत्र समेत तीन गिरफ्तार
दशगात्र में परिजन व गांववालों के अलावा ठग (thug) नितेश यादव भी शामिल हो गया। उसने मृतक के पिता यानी खोरबाहरा राम डोंगरे को बताया कि वह उनके मृत बेटे का मित्र है। शोक का माहौल देख ठग ने खोरबाहरा से उनका एटीएम (atm) मांगा और उसके नंबर व पिन से अपने मोबाइल पर पेटीएम (paytm) लिंक कर लिया। इसके बाद वह खोरबाहरा के बैंक खाते से अपने पेटीएम खाते में पैसे ट्रांसफर करता रहा।
फरियादी के घर जाकर ही चूना लगाता था आरोपी
तीन माह बाद जब खोरबाहरा ने अपना बैंक अकाउंट चेक किया तो उनके खाते से 10 लाख 85 हजार रुपए निकल चुके थे। उन्होंने 14 नवंबर को डौण्डी लोहारा थाना पहुंचकर इसकी शिकायत की। जिसके बाद पुलिस मामले की जांच में जुट गई। जांच में सामने आया कि नितेश खोरबाहरा के घर जाकर ही उनके खाते से पैसे अपने पेटीएम (paytm) अकाउंट में ट्रांसफर करता था।
ऐसे पकड़ाया आरोपी
- शनिवार को बालोद जिला उप पुलिस अधीक्षक डीआर पोर्ते ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर इस मामले (paytm fraud) को विस्तार से बताया।
- उन्होंने कहा कि जब बैंक में अकाउंट से पैसे आहरण होने की पतासाजी की गई तब पता चला कि उस अकाउंट से पेटीएम लिंक है, जिसका उपयोग प्रार्थी नहीं करता था।
- प्रार्थी ने जानकारी दी कि उनके पुत्र की मृत्यु दशगात्र कार्यक्रम में नितेश नामक युवक आया था जिसने उनका एटीएम व पिन मांगा था।
- यहीं से पुलिस ने आरोपी की गतिविधियों पर नजर रखनी शुरू की और सफलता मिली।
ओटीपी देखने के बाद मैसेज डिलिट
पोर्ते ने बताया कि आरोपी जब पैसा अपने पेटीएम (paytm) अकाउंट में ट्रांसफर करता था तब ओटीपी प्रार्थी के मोबाइल में आता था, जिसे जानने के लिए वह उनके घर जाता था और किसी बहाने से प्रार्थी का मोबाइल मांग ओटीपी जान लेता था। इसके बाद वह मैसेज डिलिट कर देता था।
महंगा शौक, तीन माह में 10 लाख 85 हजार खर्च
पोर्ते ने बताया कि आरोपी ने तीन माह के भीतर 10 लाख 85 हजार रुपए अपने महंगे शौक पर खर्च कर दिए। आरोपी नितेश ने मॉल में महंगे सामान व सट्टा लगाकर इस रकम को उड़ा दिया। पुलिस ने आरोपी काे गिरफ्तार कर लिया है।
इसे भी पढ़ें : ऑनलाइन कपड़े मंगाना महिला को पड़ा भारी, खाते से लाखों पार