रायपुर/नवप्रदेश। Conversion Case : धर्मांतरण की शिकायत मामले में पादरी पर थाने के भीतर हुए हमले और थाने में हुड़दंग मामले पर पुलिस कप्तान अजय यादव ने सख्त एक्शन लिया है। एसएसपी यादव ने पुरानी बस्ती थाना प्रभारी युदुमणि सिदार को लाइन अटैच कर दिया है। साथ ही पुरानी बस्ती सीएसपी नितेश कुमार गौतम को प्राथमिक जांच करने आदेश दिया है।
रायपुर के पुरानी बस्ती थाने में उस वक्त तनाव का माहौल बना गया जब धर्मांतरण की शिकायत पर पादरी पर थाने के भीतर ही प्रदर्शनकारियों ने हमला कर दिया। मामला पुरानी बस्ती थाना का है, जहां पर भाटागांव इलाके में धर्मांतरण की शिकायत पर पुलिस ने ईसाई संगठन के लोगों बुलाया था। इस दौरान बड़ी संख्या में पहुंचे असमाजिक तत्वों ने पहले थाना का घेराव किया। फिर थाने के भीतर जमकर हंगामा मचाया। यही नहीं थाना प्रभारी के कक्ष में पादरी की जूते औऱ चप्पलों से पिटाई भी कर दी।
पुरानी बस्ती पुलिस (Conversion Case) ने हमला करने वाले सात लोगों संभव शाह, विकास मित्तल, मनीष साहू, शुभंगर द्विवेदी, संजय सिंह, अनुरोध शर्मा, शुभम अग्रवाल एवं अन्य के खिलाफ विभिन्न धाराओं के तहत एफआईआर दर्ज किया है। इन पर पादरी पर हमला करने के साथ-साथ दुर्व्यवहार का आरोप है। वहीं उनकी तलाश की जा रही है।
इस घटना के बाद रायपुर एसएसपी अजय यादव ने राजधानी में धर्मांतरण (Conversion Case) पर बवाल और कोरोना के बीच थाने में लोगों की भीड़ समेत कई मामलों की संवेदनशीलता के मद्दनेजर अपने ही विभाग के लापरवाह अधिकारी पर एक्शन लिया है।
छत्तीसगढ़ क्रिस्चन फोरम के महासचिव अंकुश बरियेकर की शिकायत पर थाने में मारपीट का केस दर्ज है। वहीं बरियेकर ने बताया कि थाने में पास्टर हरीश साहू और प्रकाश मसीह पर आरोपी युवकों ने हमला किया। हम लोग थाना के अंदर आकर अपनी बात रख रहे थे। प्रदर्शनकारियों के कारण थाने में ही दहशत का माहौल हो गया था। लेकिन पुलिस हमें सुरक्षा नहीं दे पा रही थी। आखिर किस बात पर हमसे मारपीट की गई ये समझ से परे है।
पुलिस के आला अधिकारियों को पूरे मामले की जानकारी नहीं देने और एक पक्ष के थाने में होने के बाद दूसरे पक्ष को भीतर जाने देने पर अब सवाल उठने लगा है। टीआई और सीएसपी की लापरवाही को देखते हुए एसएसपी ने कड़ी कार्रवाई भी की है। अब सीएसपी की जाँच रिपोर्ट पर सभी की नजरे टिकी हुई है।