Parole in Corona Period : 15 जनवरी को वापस जेल जाना होगा
हेमंत धोटे/नवप्रदेश। Parole in Corona Period : कोरोना काल में कैदियों को संक्रमण से बचाने के लिए सुप्रीम कोर्ट ने उन्हें सोच विचारकर पैरोल पर छोडऩे के निर्देश दिए थे।
जिसके बाद छत्तीसगढ़ समेत देशभर की जेलों में बंद कैदियों को बड़ी संख्या में पैरोल (parole in corona period) पर छुट्टी दी गई। संक्रमण के मद्देनजर कैदियों की पैरोल पर छुट्टी की अवधि भी समय समय पर बढ़ाई गई।
लेकिन अब ऐसे कैदियों की फिर से जेल जाने की तारीख करीब आ गई है। पैरोल प्राप्त कैदियों को 15 जनवरी को वापस जेल जाना होगा। लेकिन जेल में एंट्री अब भी उन्हीं कैदियों को ही मिलेगी जिनके पास अपनी कोरोना जांच की निगेटिव रिपोर्ट है। नवप्रदेश को यह जानकारी जेल डीआईजी डॉक्टर केके गुप्ता ने खास बातचीत में दी।
उन्होंने यह भी बताया कि आखिरी तारीख पर किसी कैदी द्वारा कोरोना की जांच नहीं कराए जाने को बहाना नहीं चलेगा। यदि कोई पैरोल प्राप्त कैदी ये कहे कि उसने जांच नहीं कराई है तो संबंधित जेल में ही कैंप लगाकर उसकी जांच कराई जाएगी। इस जांच में किसी की रिपोर्ट पॉजिटिव आई तो उसे कोविड सेंटर भेजा जाएगा। दूसरे शब्दों में तय तारीख पर जेल जाने के लिए कोई बहाना नहीं चलेगा।
जेल में करना होगा कोविड प्रोटोकॉल का पालन :
डॉ. गुप्ता ने बताया कि कैदियों को वापस जेल आने पर कोविड प्रोटाकॉल का पूरी तरह पालन करना ही होगा। सोशल डिस्टेंसिंग, मास्क, सैनिटाइजर का उसी तरह इस्तेमाल करना होगा जैसे तेज संक्रमण काल में में करना पड़ता था।
छग की जेलों के 2100 से 2300 कैदी पैरोल पर :
डॉक्टर केकेे गुप्ता ने बताया कि कोरोना काल में प्रदेश की जेलों से करीब 2100 से 2300 कैदी पैरोल पर छोड़े गए हैं। उन्होंने यह भी बताया कि इन कैदियों को पैरोल पर छोड़े जाने के लिए संपूर्ण प्रक्रिया का गंभीरता से पालन किया गया है। पहली छुट्टी कलेक्टर ही देते हैं। कलेक्टर द्वारा भी यह छुट्टी एसपी से विचार विमर्श के बाद दी जाती है। साथ ही उस व्यक्ति का भी मत जाना जाता है, जिसके खिलाफ संबंधित कैदी ने अपराध किया है।