नई दिल्ली।Parliament Monsoon Session:राज्यसभा की कार्यवाही गुरुवार को दिन भर के लिए स्थगित कर दी गई। सदन की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्ष ने हंगामा शुरू किया। विपक्षी सदस्यों की मांग थी कि पेगासस परियोजना, किसानों के विरोध और मीडिया घरानों पर छापे पर चर्चा के लिए कार्य को स्थगित किया जाये।
दोपहर 2 बजे जब सदन (Parliament Monsoon Session) की कार्यवाही शुरू हुई। लेकिन विपक्ष का हंगामा जारी ही रहा। दो संक्षिप्त स्थगन के बाद, विपक्षी सदस्यों ने पेगासस परियोजना के मुद्दे पर आईटी मंत्री अश्विनी वैष्णव को सदन में बयान देने नहीं दिया। इससे पहले उन्हें बयान देने के लिए कहा गया था, लेकिन व्यवधान के बाद उपसभापति हरिवंश ने सदन को शुक्रवार के लिए स्थगित कर दिया।
सुबह राज्यसभा (Parliament Monsoon Session) की बैठक के तुरंत बाद कांग्रेस सांसद दिग्विजय सिंह पेगासस प्रोजेक्ट और मीडिया घरानों पर छापेमारी का मुद्दा उठाना चाहते थे, लेकिन सभापति ने इसकी अनुमति नहीं दी और इसके बाद विपक्षी सांसद अपनी सीटों से खड़े हो गए और इन मुद्दों को उठाने की मांग की।
विपक्ष ने गुरुवार को स्वास्थ्य राज्य मंत्री भारती प्रवीण पवार के खिलाफ ‘गलत जानकारी देकर संसद को गुमराह करने’ के लिए विशेषाधिकार प्रस्ताव नोटिस दिया था। उन्होंने कहा था कोविड महामारी की दूसरी लहर के दौरान ऑक्सीजन की कमी के कारण कोई मौत नहीं हुई थी।
राज्यसभा में पेगासस खुलासे पर गुरुवार को एक बार फिर से जोरदार हंगामा देखने को मिला और नौबत हाथापाई तक पहुंच गई। इसके बाद मार्शल को बीच-बचाव के लिए आना पड़ा। जिस वक्त सूचना प्रौद्योगिकी मंत्री अश्विनी वैष्णव राज्यसभा में अपना बयान पढ़ रहे थे उसी दौरान तृणमूल कांग्रेस सांसद शांतनु सेन ने उनके हाथ से पेपर लेकर फाड़ दिया।