PARLIAMENT MONSOON SESSION 2025 : आज से शुरू हो रहे संसद के मानसून सत्र में केंद्र सरकार को विपक्ष के तीखे सवालों का सामना करना पड़ सकता है। 21 जुलाई से 21 अगस्त तक चलने वाले इस सत्र में कुल 21 बैठकें प्रस्तावित हैं, जिसमें पहलगाम आतंकी हमला, ऑपरेशन सिंदूर, एयर इंडिया विमान हादसा और बिहार विधानसभा चुनाव जैसे मुद्दों पर विपक्ष सरकार को घेरने की तैयारी में है।
12 अगस्त से 18 अगस्त तक संसद स्थगित रहेगी, लेकिन बाकी बैठकों में सदन में जोरदार बहस और टकराव के आसार हैं। संसद के इस सत्र को खास इसलिए भी माना जा रहा है क्योंकि बिहार विधानसभा चुनाव से पहले यह आखिरी संसदीय सत्र होगा।
विपक्ष का एजेंडा: सरकार को नहीं मिलेगी राहत
रविवार को हुई सर्वदलीय बैठक में कांग्रेस, टीएमसी, आप, शिवसेना (UBT), राजद समेत सभी विपक्षी दलों ने कई संवेदनशील मामलों को सदन में उठाने पर सहमति(PARLIAMENT MONSOON SESSION 2025) जताई। विपक्षी रणनीति साफ है— सरकार को कड़े सवालों के कटघरे में खड़ा करना।
जिन मुद्दों पर हंगामे के आसार हैं
ऑपरेशन सिंदूर और उसमें कथित खुफिया विफलता
एयर इंडिया विमान हादसा और सुरक्षा खामियां
पहलगाम आतंकी हमला और कश्मीर में बढ़ती घटनाएं
बिहार चुनाव में सरकारी हस्तक्षेप और ईवीएम का सवाल
सरकार की तैयारी: 17 विधेयक होंगे पेश
केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने बताया कि मानसून सत्र के लिए सरकार की तरफ से 17 बिल तैयार हैं। इनमें कुछ प्रमुख विधेयक शामिल हैं जो सामाजिक और आर्थिक सुधार से जुड़े हैं।
रिजिजू ने कहा – हम संसद में हर मुद्दे पर जवाब देने को तैयार हैं, लेकिन सभी को बोलने का समय भी बराबर मिले, यह भी जरूरी है।
राजनीतिक नजरिया: बिहार पर सबकी नजरें
चूंकि यह बिहार चुनाव से पहले का अंतिम सत्र है, इसलिए विपक्ष बिहार के मुद्दों को भी जोर-शोर से उठाएगा। महंगाई, बेरोजगारी, आरक्षण और केंद्र-राज्य संबंधों पर बहस की संभावना(PARLIAMENT MONSOON SESSION 2025) है। भाजपा भी चुनाव को ध्यान में रखते हुए सत्र का इस्तेमाल अपनी नीतियों के प्रचार के लिए कर सकती है।