लकवा (Paralysis) को ऐसे खत्म करें घरेलू नुस्खे (Finish home remedies) से, आईए अब जानते है कौन से नुस्खे है जो आपको लकवा से मुक्त (Paralysis Free) कर सकते है। विषामुष्टि यादि वटी-शुद्ध कुचला, काली मिर्च को बराबर मात्रा में चूर्ण बनाकर इंद्रायण के फल के रस या क्वाथ में घोटकर दो-दो मिग्रा. की गोलियां बनाकर रखें।
रोगी की अवस्थानुसार 1 या 2 गोली गर्म जल या पान के रस से दिन में दो बार सेवन कराने से पक्षाधात नष्ट होता है – सिद्ध कमरध्वज 125 मिग्रा. मधु ओर निर्गण्डी के रस के साथ मिलकर सेवन करने से धातुक्षय, पक्षाधात मे बहुत लाभ होता।
- रसराज रस दो मिग्रा. मात्रा दूध के साथ सुबह और शाम सेवन करने से पक्षाघात में शीघ्र आशातीत लाभ होता है। इसके सेवन से वातरोग, धनुर्वात भी नष्ट होते हैं।
- वातवाहिनियों की विकृति होने पर अभ्रक भस्म 125 मिग्रा. मधु के साथ चाटने से शीघ्र रक्तसंचार होने लगता है।
- स्कांगवरी रस 250 मिग्रा. अदरक रस व मधु मिलाकर सुबह-शाम सेवन करने से पक्षाघात के नवीन रोग में बहुत लाभ होता है।
पक्षाघात में पित्त वृद्धि की अधिकता होने पर बृहत वात चिंतामणि रस की एक गोली सुबह एक गोली शाम शहद व रास्नादि क्वाथ से सेवन कराने पर विशेष लाभ होता है वृहत लक्ष्मी विलास रस दो मिग्रा. मात्रा में शहद या जल मिलाकर सुबह-शाम सेवन करने पर पक्षाघात में बहुत लाभ होता है।
स्वर्ण समीर पन्नग रस 125 मिग्रा. लौह भस्म 50 मिग्रा. के साथ मिलाकर मधु से प्रात: सायं चटाने से बहुत लाभ होता है। विषतिदुक वटी की एक या दो गोली रोगावस्था के अनुसार उष्ण जल से दिन में दो बार सेवन कराने से पक्षपात का निवारण होता है। वात विकृति से उत्पन्न पक्षाघात में महायोगराज गुग्गुल का एरण्ड तेल व दूध के साथ सेवन करने से पक्षाघात में बहुत लाभ होता है।
- अग्नितुण्डी वटी की दो-दो गोली सुबह-शाम उष्ण जल या महारास्नदि क्वाथ पीने से पक्षाधात का शीघ्र निवारण होता है।