Pakistan should not commit the folly of meddling: पता नहीं कुछ अहमकों को उड़ता तीर लेने में क्या मजा आता है? ईरान और इजराइल के बीच जंग में पाकिस्तान ने पहले डेढ़ होशियारी दिखाई कि यह कह कर की वह ईरान के साथ खड़ा है।
अमेरिका ने आंखे तरेरी और इजराइल ने धमकी दी तो पाकिस्तान ने अपना सुर बदल लिया। पाकिस्तानी रक्षा मंत्री ने ईरान के जनरल पर झूठ बोलने का आरोप लगाते हुए सफाई दी है कि वह इस पचड़े में नहीं पड़ेगा। सही बात है। जिस पाकिस्तान की पहले से ही लगी पड़ी है उसे दूसरे के फटे में टांग अड़ाने की मूर्खता नहीं करनी चाहिए।