Pakistan Rain Death Toll : पाकिस्तान इस वक्त भारी बारिश और बाढ़ की सबसे भयावह मार झेल रहा है। राष्ट्रीय आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (NDMA) के अनुसार, जून के अंत से अब तक 234 लोगों की जान जा चुकी है, जबकि सैकड़ों लोग घायल हुए हैं।
सबसे ज्यादा असर पंजाब प्रांत में:
NDMA के आंकड़ों के मुताबिक, पंजाब में 135 मौतें दर्ज की गई हैं।
राज्य में बाढ़ की वजह से 470 से अधिक लोग घायल हुए हैं।
पंजाब की मुख्यमंत्री मरियम नवाज ने स्वयं ननकाना साहिब के प्रभावित इलाकों का दौरा कर राहत सामग्री बांटी और पीड़ितों से मुलाकात की।
नदियां उफान पर, गांव खाली कराए गए
चेनाब, सिंधु, झेलम और रावी नदियों में जलस्तर लगातार बढ़ रहा है।
NDMA ने चेतावनी दी है कि 22 से 24 जुलाई के बीच इन नदियों में भीषण बाढ़ की आशंका है।
प्रभावित क्षेत्रों में मुजफ्फरगढ़, डेरा गाजी खान, रहीम यार खान, झांग और ननकाना साहिब शामिल हैं, जहां सैकड़ों गांवों को खाली कराया गया है।
प्रशासन अलर्ट मोड पर
पंजाब प्रशासन, सेना और राहत एजेंसियां अलर्ट मोड में काम कर रही हैं।
ग्रामीणों से अपने मवेशियों सहित सुरक्षित स्थानों पर जाने की अपील की जा रही है।
बाढ़ के कारण सड़कें, पुल, बिजली आपूर्ति और खेती का ढांचा बुरी तरह प्रभावित हुआ है।
फसलें जलमग्न, नुकसान करोड़ों में
पंजाब सरकार के अधिकारियों ने बताया कि सिंधु नदी में बाढ़ से हजारों एकड़ खेत डूब चुके हैं। धान, गन्ना और मक्का जैसी मुख्य फसलें पूरी तरह बर्बाद हो गईं, जिससे किसानों को भारी आर्थिक झटका लगा है।
गिलगित-बाल्टिस्तान और पीओके में भी आफत
बुधवार को अचानक हुई बारिश के कारण खैबर पख्तूनख्वा और पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (POK) में भी फ्लैश फ्लड की स्थिति बन गई।
गिलगित-बाल्टिस्तान के कई इलाकों में मकान ढह गए, सड़कें टूट गईं और नालों-नदियों का बहाव खतरनाक स्तर तक पहुंच गया।
पिछले 24 घंटों में मौतों की संख्या 223 से बढ़कर 234
NDMA ने पुष्टि की है कि सिर्फ पिछले 24 घंटों में 11 नई मौतें दर्ज की गईं, जिससे कुल मौतों की संख्या 234 हो चुकी है।