Pakistan is burning in its own fire: पड़ोसी देश पाकिस्तान जो आतंकवाद का पर्याय बन चुका है। वह अब अपनी लगाई आग में खुद ही झुलस रहा है। सही बात है की बोया पेड़ बबूल का तो आम कहां से होय। पाकिस्तान के क्वेटा शहर में आतंकवादियों ने रेलवे स्टेशन में भीषण बम विस्फोट कर दिया।
जिससे 20 लोगों की मौके पर ही मौत हो गई। और लगभग 50 लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। जिनका अस्पताल में उपचार चल रहा है। उनमें से कई की हालत बेहद चिंताजनक है इसलिए मृतकों का आंकड़ा और बढ़ सकता है। इस बम विस्फोट की जिम्मेदारी एक आतंकवादी संगठन ने ली है।
भले ही पाकिस्तान भारत का दुश्मन देश हो लेकिन वहां आतंकी हमले में निर्दाेष लोगों की मौत होना दुखद है। किन्तु यह पाकिस्तान को सोचना चाहिए की जिन सांपों को उसने दुध पिलाकर अपने आस्तीन में पाल रखा है। वे उसे काट सकते हैैं। इसके पूर्व पाकिस्तान में सक्रिय आतंकवादी संगठन इस तरह के हमले करते रहे हैैं।
अब पाकिस्तान को गंभीरतापूर्वक इस बात पर चिंतन करना चाहिए कि वह इन आतंकवादी संगठनों के रूप में भस्मासुरों को पैदा कर रहा है। जो आगे चलकर पाकिस्तान के लिए ही घातक सिद्ध हो सकते हैं।
गौरतलब है कि पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था वहां के हुक्मरानों की नाकामी के कारण लगातार बद से बदतर होती जा रही है। इसलिए इन आतंकवादी संगठनों को वहां की सरकार पहले की तरह आर्थिक मदद मुहैया नहीं करा पा रही है।
इससे बौखलाए आतंकवादी संगठन इस तरह की आतंकी घटनाओं को अंजाम देकर सरकार पर अनुचित दबाव बनाने की कोशिश् कर रहे हैं। बेहतर होगा कि इससे पाकिस्तान सबक लें और आतंकवाद का विनाशकारी रास्ता छोड़े। इससे उसे कोई फायदा नहीं हो रहा है उल्टे पूरे विश्व में पाकिस्तान की छवि खराब हो रही है।
अब तो स्थिति यह है कि दुनिया का कोई भी देश पाकिस्तान की आर्थिक सहायता के लिए तैयार नहीं है। इसके बाद भी यदि पाकिस्तान के हुक्मरानों की अकल ठिकाने नहीं आती तो अपनी बर्बादी के लिए वह खुद ही जिम्मेदार होगा। कोई बड़ी बात नहीं की पाकिस्तान को दुनिया एक आतंकवादी देश घोषित कर दे और यदि ऐसा हुआ तो पाकिस्तान पूरी तरह से तबाह होकर रह जाएगा।