Pakistan exposed itself: पाकिस्तान के खिलाफ भारत ने ऑपरेशन सिन्दूर चलाकर उसके नौ आतंकी अड्डों को जमींदोज कर दिया है और इस कार्यवाही के दौरान सौ से अधिक आतंकवादी भी मारे गये हैं। जिनमें मसूद अजहर के दस परिजन और चार सहयोगी भी शामिल है। इन आतंकवादियों को जब सुपुर्द-ए-खाक किया गया तो उस दौरान पाकिस्तानी सेना और पुलिस के अधिकारी बाकायदा अपनी वर्दी में शामिल हुए।
यही नहीं बल्कि इन आतंवादियों को राजकीय सम्मान दिया गया और उनके शवों को पाकिस्तानी झंडे में लपेटा गया। इस तरह पाकिस्तान ने खुद अपने हाथों खुद को बेनकाब कर लिया है। एक ओर तो पाकिस्तान के हुक्मरान यह दावा करते रहे हैं कि उनका देश खुद ही आतंकवाद से पीडि़त है इसलिए उनपर आतंकवाद को बढ़़ावा देने का आरोप गलत है। लेकिन दूसरी ओर आतंकवािदयों को जनाजे में पाकिस्तानी सेना के अफसर और पुलिस अधिकारी शामिल हो रहे हैं। इसी से स्पष्ट है कि पाकिस्तान न सिर्फ आतंकवादियों का मददगार है।
बल्कि वह आतंकवाद का जनक भी है। पाकिस्तानी सेना और आतंकवादी संगठनों का गठजोड़ ही पाकिस्तान की सत्ता पर काबिज है। यही वजह है कि पाकिस्तान के विभिन्न सूबो में सरकार और सेना के खिलाफ बगावत की बयार बह रही है। वहां पल रहे आतंकवादी अभी भी पाकिस्तानी सेना के संरक्षण में सुरक्षित ठिकानों पर छिपे हुए हैं। हाफिज सईद को तो पाकिस्तानी सेना कड़ी सुरक्षा दे रही है।
इस बात में संदेह की कोई गुंजाइश नहीं रह गई है कि पाकिस्तान एक आतंकवादी देश बन चुका है। गौरतलब है कि पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ने हाल ही में यह बात मीडिया के साथ एक चर्चा में स्वीकार भी कर ली थी कि पाकिस्तान पिछले कई दशकों से आतंकवाद की आग को हवा देने का काम कर रहा है और यह पाकिस्तान की बड़ी भूल है। इसी तरह का बयान बिलावल भुट्टो ने भी दिया था। इसके बाद अब दुनिया को यह मान लेना चाहिए कि पाकिस्तान आतंकवादी देश बन चुका है और उसे तत्काल एक आतंवादी देश घोषित किया जाना चाहिए।