चंडीगढ़/नवप्रदेश। धान की सरकारी खरीद (paddy procurement) में नमी (moisture) की आड़ में एमएसपी (msp) में कटौती (cut) करने के मामले सामने आ रहे हैंं। कुछ विपक्षी नेताओं ने इसे घोटाला करार देते हुए इसकी जांच की मांग की है। इसके लिए मुख्यमंत्री को पत्र भी लिखा है।
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इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) के विधायक अभय चौटाला ने एजेंसियों की तरफ से नमी की आड़ में न्यूनतम समर्थन मूल्य कटौती को घोटाला करार देते हुए इसकी जांच कराने की मांग की है। साथ ही मुख्यमंत्री को पत्र लिखा है। इनेलो के सोमवार को यहां जारी बयान के अनुसार इस संदर्भ में चौटाला ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर को पत्र लिखा है।
ऐसे हो रहा किसानों का नुकसान
- चौटाला के अनुसार किसानों के साथ सरकारी खरीद एजेंसियां नमी (moisture) के नाम से कटौती कर रही है। किसान को न्यूनतम समर्थन मूल्य के अनुसार जितनी राशि बनती है उतनी अदायगी नहीं की जाती।
- चौटाला के अनुसार वह खुद 6 नवम्बर को अम्बाला शहर एवं करनाल की मंडी में गये थे और किसानों ने उन्हें बताया था कि 21 अक्तूबर से धान की सरकारी खरीद (paddy procurement) ही बंद कर रखी है और जो खरीद की है उसमें नमी के नाम से कटौती (msp cut) की जा रही है।
सीएम को ये लिखा पत्र में
इनेलो नेता ने पत्र में लिखा है कि इस बात की जांच करवाई जाये कि काटी गई राशि क्या सरकार के खाते में जमा हुई है या खरीद एजेंसी के खाते में या फिर किसी अन्य बिचौलिए के खाते में गई है। पूरा मामला हरियाणा का है।