बलौदाबाजार जिले में कई शिकायतों के बावजूद भी ठेका कंपनी पर नहीं हो रही सख्त कार्रवाई
भानु प्रताप साहू/बलौदाबाजार। नगर समेत जिलेभर में तय कीमत से अधिक (over rate) पर शराब (liquor) बेची (sell) जा रही है और इसका विरोध करने वालों से शराब दुकान के कर्मचारी मार-पीट (thrash) कर देते हैं। ताजा मामला बुधवार का है, जहां रिसदा रोड स्थित देसी व अंग्रेजी शराब दुकान के सेल्समैन सहित अन्य कर्मचारियों ने शराब (liquor) की ओवर रेट (over rate) बिक्री (sell) का विरोध कर रहे सिविल लाइन निवासी प्रकाश वर्मा (37) की लाठी-डंडों से पिटाई कर दी, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं।
पीड़ित ने कोतवाली पहुंच कर पूरे मामले की शिकायत की जिसके आधार पर पुलिस ने रामलायक यादव सहित अन्य के खिलाफ भादंवि की धारा 294, 323, 506, 34 के तहत मामला पंजीबद्ध किया। पूरा मामला कैमरे में कैद हो चुका है जो जिलेभर के वाट्सएप ग्रुप में वायरल हो रहा है।
वहीं दूसरी ओर शराब (liquor) की ओवर रेट (over rate) बिक्री (sell) व शराब दुकानों के कर्मचारियों के आपराधिक रवैये पर डीईओ (deo) नवीन तोमर की ओर से कोई सख्ती दिखाई नहीं देती। आलम ये है कि जब पूरे मामले पर उनका पक्ष जानने की कोशिश की गई तो उनके द्वारा हमेशा की तरह कॉल उठाना मुनासिब नहीं समझा गया। कलेक्टर कार्तिकेय से संपर्क की कोशिश पर उन्होंने भी कॉल रिसीव नहीं किया।
पुलिसकर्मी भी सुरक्षित नहीं
बीते दिनों भाटापारा में हुये गोली कांड की जांच कर रहे प्रभारी को चखना सेंटर के संचालक से पूछताछ करने पर उन्हें स्टोव से दे मारा। ऐसे में सवाल उठता है कि जब अपराधी पुलिस इंस्पेक्टर को मारने में गुरेज नहीं कर रहे हैं तो आम आदमी की सुरक्षा का क्या होगा।
डीईओ के ट्रांसफर की उठी मांग
पदस्थापना के बाद से ही जिले के डीईओ (deo) नवीन सिंह तोमर की कार्यप्रणाली पर सवालिया निशान उठता आया है। तोमर की पदस्थापना के बाद से ही जिलेभर में शराब के ओवर रेट पर किसी तरह का लगाम नहीं लगाया जा सका है तभी तो आएदिन यह विभाग सुर्खियों में है। इसके अलावा अब मामला बुधवार को हुये घटना के बाद तोमर के ट्रांसफर की मांग उठ रही है। इसके साथ ही अब सामाजिक संगठन उनके खिलाफ धरना देने की बात कह रही है।
कार्रवाई के नाम पर दिखावा
सूत्रों की मानें तो जिलेभर में आबकारी विभाग के संरक्षण में ही पूरे जिले में ओवर रेट (over rate) पर शराब बिक्री (liquor sell) का धंधा फल फूल रहा है। सूत्र बताते है कि सबका हिस्सा बंधा हुआ है। यही वजह है कि जिले भर से शिकायतें आने पर भी विभाग ठेका कंपनी को ब्लैकलिस्ट करने की सख्त कार्रवाई नहीं करता। कार्रवाई के नाम थोड़ी बहुत खानापूर्ति कर दी जाती है। यही वजह है कि ठेका कंपनी अपने कर्मचारियों पर लगाम नहीं लगा पा रही है। वहीं इन तमाम वारदातों की जानकारी होने के बावजूद विभाग की चुप्पी ये बताने में काफी है कि आाबकारी अधिकारी चैन की नींद सो रहे हैं। इस मामले में जनप्रतिनिधियों की चुप्पी से भी लोगों में उनके खिलाफ आक्रोश भड़क रहा है।
इनका कहना है
पीड़ित के शिकायत पर तत्काल आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज कर लिया गया था, आरोपियों की धरपकड़ के लिए सघन खोजबीन जारी है जल्द ही आरोपी पुलिस की गिराप्त में होंगे।
केके. कुशवाहा
थाना प्रभारी, सिटी कोतवाली बलौदाबाजार
मुझे आज वाट्सएप के माध्यम से जानकारी मिली है हमारे द्वारा पूर्व में कलेक्टर को ज्ञापन सौंप कर ओवर रेट की बिक्री पर पाबंदी लगाने की मांग की गई थी, जिसके बाद कलेक्टर ने कार्रवाई कर 23 प्रकरण बनाए थे। लेकिन इस तरह की घटना निंदनीय है शिवसेना इसका पुरजोर विरोध करती है। अब जिला आबकारी अधिकारी (deo) का घेराव कर उनके ट्रांसफर की मांग की जाएगी।
संतोष यदु
जिलाध्यक्ष, शिवसेना बलौदाबाजार