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अंतरराष्ट्रीय परिवार दिवस पर सोनी सब के कलाकारों ने पारिवारिक रिश्तों का मनाया जश्न

On International Family Day, Sony SAB artists celebrate family bonds

On International Family Day

मुंबई। On International Family Day: परिवार हमारे जीवन का पहला आधार होते हैं — प्यार, ताकत और सहारे का पहला स्रोत। अंतरराष्ट्रीय परिवार दिवस एक खूबसूरत अवसर है, जब हम इन अनमोल रिश्तों का जश्न मना सकते हैं। इस खास मौके पर सोनी सब के कलाकार — प्रियम्वदा कांत, परिवा प्रणति, सायली सालुंखे और तुलिका पटेल ने अपने असल और पर्दे के परिवार के बारे में दिल खोलकर बात की।

तेनाली रामा में शारदा की भूमिका निभा रही प्रियम्वदा कांत ने कहा, “बचपन की कुछ सबसे प्यारी यादें मेरे परिवार के साथ बैठकर वो शो देखने की हैं, जो हमें हँसाते थे, सोचने पर मजबूर करते थे और आपस में बातचीत का जरिया बनते थे। वो पल — जब दादा-दादी से लेकर बच्चे तक सब साथ बैठते थे — मेरे दिल में बस गए हैं। तेनाली रामा के जरिए हमने उसी अनुभव को दोहराने की कोशिश की है — एक ऐसा शो जो पीढ़ियों को जोड़ता है। पर्दे पर रामा और तेनाली रामा परिवार के साथ मेरा रिश्ता बहुत पवित्र और दिल को छू लेने वाला रहा है, जो कई बार मेरे अपने परिवार की तरह लगता है। हम साथ हँसते हैं, एक-दूसरे का सहारा बनते हैं और एक-दूसरे से बहुत कुछ सीखते हैं। असल जिंदगी में भी मुझे एक ऐसा परिवार मिला है जिसने हमेशा मुझ पर विश्वास किया है। उनके सहयोग ने मुझे हर चुनौती में मजबूत बनाए रखा है — चाहे वो मेरे एपिसोड्स देखना हो, ईमानदार फीडबैक देना हो या बस चुपचाप मेरा साथ देना — वो मेरे जीवन की असली ताकत हैं।”

वागले की दुनिया – नई पीढ़ी, नए किस्से में वंदना की भूमिका निभा रही परिवा प्रणति ने कहा, “अंतरराष्ट्रीय परिवार दिवस पर मैं उन दो परिवारों के लिए आभारी महसूस करती हूँ, जिन्होंने मेरी जिंदगी को पूर्ण बनाया है। घर पर, मेरे पति और बेटा मेरी सबसे बड़ी ताकत हैं — उनके बिना शायद मैं वो नहीं कर पाती जो आज कर रही हूँ। अभिनय एक अनिश्चित और चुनौतीपूर्ण पेशा है, लेकिन उनका विश्वास मुझे आगे बढ़ने की प्रेरणा देता है। और फिर है मेरा दूसरा परिवार — वागले की दुनिया के सेट पर।

हम इतना वक्त साथ बिताते हैं कि वो सच में मेरा दूसरा घर बन चुका है। सुमित, चिन्मयी, शीहान, भारती जी, अंजन जी — ये सभी ज़मीन से जुड़े, प्यारे लोग हैं। ऐसा लगता है जैसे हम सब एक बड़े संयुक्त परिवार का हिस्सा हों — जहाँ ढेर सारा अपनापन, हँसी और सहयोग हो। मैं खुद को बेहद सौभाग्यशाली मानती हूँ कि मुझे ऑनस्क्रीन और ऑफस्क्रीन दोनों ही जगह इतना स्नेह और समर्थन मिला है।”

वीर हनुमान में अंजनी की भूमिका निभा रही सायली सालुंखे ने कहा, “परिवार ही वो नींव है जहाँ से हमें प्यार, शक्ति और अपनापन मिलता है। भले ही मैं असल जिंदगी में माँ नहीं हूँ, लेकिन अंजनी का किरदार निभाकर मैंने महसूस किया कि पारिवारिक रिश्ते कितने कीमती और शक्तिशाली होते हैं। पर्दे पर हनुमान के साथ मेरा रिश्ता मेरे लिए बहुत ही शुद्ध और वास्तविक है — यह एक ऐसा प्रेम है जो स्वाभाविक रूप से मेरे भीतर बस गया है और इसे मैं सेट के बाहर भी महसूस करती हूँ। उम्बरगाँव में शूटिंग करना, जो मुंबई की भागदौड़ से दूर है, इस अनुभव को और भी खास बनाता है। हमारी पूरी कास्ट और क्रू मेरे लिए अब एक परिवार बन चुकी है। हम साथ खाते हैं, हँसते हैं और एक-दूसरे का सहारा बनते हैं — ठीक जैसे एक सच्चा परिवार। असल जिंदगी में भी मेरा परिवार हमेशा मेरी ताकत रहा है। उनका अडिग प्रेम और समर्थन मुझे हर हाल में ज़मीन से जोड़े रखता है। अंतरराष्ट्रीय परिवार दिवस हमें याद दिलाता है कि परिवार सिर्फ खून का रिश्ता नहीं होता — वो होते हैं जो हमें बिना शर्त प्यार करते हैं, हमारा साथ देते हैं और हमारे विकास में भागीदार बनते हैं — चाहे हम दुनिया में कहीं भी हों।”

पुष्पा इम्पॉसिबल में सुशीला की भूमिका निभा रही तुलिका पटेल ने कहा, “परिवार वहीं से शुरू होता है जहाँ हमारी पहली कहानियाँ जन्म लेती हैं, जहाँ संस्कार मिलते हैं और जहाँ बिना शर्त प्यार का वास होता है। हमारे शो में जब आप अपने ऑन-स्क्रीन परिवार से इतना मजबूत रिश्ता साझा करते हैं, तो काम करना और भी आनंददायक हो जाता है। पुष्पा इम्पॉसिबल की टीम — जिसमें जयेश मोरे, इंद्राक्षी, दर्शन, मैं और अन्य शामिल हैं — न केवल कैमरे पर, बल्कि असल जीवन में भी एक मजबूत जुड़ाव साझा करते हैं। जब भी हम शूट करते हैं, सेट पर हमेशा हँसी, मस्ती और खुशनुमा माहौल होता है। हमारा सबसे पसंदीदा काम है — इंद्राक्षी पर मज़ेदार, मासूम सी शरारतें करना।

वो पूरी टीम की जान हैं और हर बात को हँसी में ले लेती हैं। सच में ऐसा लगता है जैसे हम एक बड़े, खुशहाल परिवार का हिस्सा हैं और मैं खुद को भाग्यशाली मानती हूँ कि मुझे इस शो के ज़रिए इतने सच्चे रिश्ते मिले। पुष्पा इम्पॉसिबल की खास बात ये है कि यह सिर्फ एक्टिंग नहीं लगती — हम वास्तव में एक परिवार बन गए हैं। जो प्यार, सम्मान और अपनापन हम आपस में साझा करते हैं, वो हर सीन में झलकता है। इसके साथ ही, मेरा असली परिवार हमेशा मेरा मार्गदर्शक रहा है। उनका प्यार और समर्थन हर कदम पर मेरी रौशनी बना है।”

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